बेमेतरा. 8 नवंबर 2024 – खरीफ फसल वर्ष 2024-25 के अंतर्गत किसानों द्वारा लगाए गए धान की गिरदावरी का सत्यापन कार्य बेमेतरा जिले में जोर-शोर से चल रहा है। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने आज विकासखंड बेरला के ग्राम आनंदगांव में किसान सुखू और अन्न के खेत में पहुंचकर धान फसल की गिरदावरी का निरीक्षण किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि गिरदावरी कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सत्यापन किया जा रहा है। राज्य स्तर पर अधिकारियों द्वारा 2% गिरदावरी सत्यापन का भी प्रावधान है।
गिरदावरी कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए ही गिरदावरी का किया जा रहा सत्यापन: कलेक्टर श्री शर्मा
कलेक्टर ने जानकारी दी कि पटवारियों द्वारा की गई गिरदावरी का सत्यापन सुनिश्चित करने के लिए जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी अधिकृत किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि की संभावना को समाप्त किया जा सके। यह सत्यापन प्रक्रिया जीपीएस-आधारित मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से की जा रही है, जिससे फसल की वास्तविक स्थिति का आंकलन कर किसानों को उचित सहायता प्रदान की जा सके।
कलेक्टर ने बताया कि अधिकारियों द्वारा खेतों का दौरा कर फसल की गुणवत्ता, भूमि की स्थिति और उत्पादन की संभावनाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। इस सत्यापन प्रक्रिया से सरकार को वास्तविक डेटा मिलेगा, जिससे कृषि नीतियों को सही दिशा में लागू किया जा सकेगा। मौके पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बेरला सुश्री पिंकी मनहर, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री निर्मल सिंह, खाद्य विभाग के अधिकारी, तहसीलदार और सहकारी सोसायटी के अधिकारी उपस्थित थे।
धान उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा
यह भी उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में खरीफ फसल 2024-25 का धान उपार्जन 14 नवंबर से शुरू हो रहा है। कलेक्टर श्री शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को धान खरीदी की सभी तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। इससे पहले उन्होंने संयुक्त जिला कार्यालय भवन में दृष्टि सभा कक्ष में धान उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा की, जिसमें खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
इस प्रकार, गिरदावरी सत्यापन प्रक्रिया के माध्यम से न केवल पारदर्शिता में सुधार होगा, बल्कि इससे किसानों को समय पर उचित सहयोग भी प्राप्त हो सकेगा।