नवा रायपुर में होगा सेंट्रल इंडिया का पहला फार्मास्यूटिकल हब
- 142 एकड़ भूमि आवंटन से स्वास्थ्य और रोजगार में क्रांतिकारी बदलाव
नवा रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार ने फार्मास्यूटिकल सेक्टर के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नवा रायपुर में सेंट्रल इंडिया का पहला फार्मास्यूटिकल हब स्थापित करने का ऐलान किया है। इसके लिए 142 एकड़ जमीन आवंटित की गई है, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं और औद्योगिक विकास में एक नई दिशा मिलेगी।
मुख्यमंत्री के अनुसार, राज्य सरकार औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के लिए 100% तक प्रोत्साहन देने का वादा करती है, ताकि उद्योगपतियों को निवेश के लिए प्रेरित किया जा सके। इस परियोजना का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करना है।
आवश्यक सुविधाओं से लैस होगा फार्मास्यूटिकल हब
वित्त मंत्री के मुताबिक, फार्मास्यूटिकल पार्क में अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, उच्च गुणवत्ता वाली उत्पादन सुविधाएं और अनुसंधान केंद्रों का निर्माण किया जाएगा। इससे न केवल निवेशकों को आकर्षण मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार और विशेष कौशल हासिल करने का भी अवसर मिलेगा।
आकर्षक निवेश योजनाएं
राज्य सरकार ने फार्मास्यूटिकल सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं। इनमें 100% औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन, भूमि शुल्क में छूट, स्टाम्प शुल्क माफी और 12 वर्षों तक बिजली शुल्क में छूट जैसे लाभ शामिल हैं।
स्वास्थ्य और औद्योगिक विकास की दिशा में कदम
यह फार्मास्यूटिकल हब राज्य के चिकित्सा क्षेत्र को सुधारने के साथ-साथ 2047 तक एक विकसित राज्य बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होगी और राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
रोजगार और कौशल विकास
इस परियोजना से 33,000 से अधिक फार्मासिस्टों को रोजगार मिलेगा और नए उद्योगों के उद्घाटन से स्थानीय युवाओं को भी लाभ होगा। यह फार्मास्यूटिकल हब छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य, औद्योगिक और आर्थिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।
यह पहल छत्तीसगढ़ के औद्योगिक और सामाजिक विकास में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। उचित निवेश प्रोत्साहन और केंद्र सरकार की नीतियों के प्रभावी इस्तेमाल से इस परियोजना को राष्ट्रीय स्तर पर एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य योगेश साहू ने इस बारे में कहा, “यह छत्तीसगढ़ के फार्मेसी सेक्टर और फार्मेसी विद्यार्थियों के लिए शानदार अवसर है। फार्मासिस्टों को अब छत्तीसगढ़ में फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के आने का ऐतिहासिक मौका मिलेगा। फार्मास्यूटिकल हब के लिए 142 एकड़ जमीन आवंटित की जा रही है, जिससे न केवल नए उद्योग आएंगे, बल्कि 33,000 फार्मासिस्टों को रोजगार मिलेगा। यह एक सुनहरा अवसर है। हालांकि, निवेश प्रोत्साहन के प्रावधानों को सही तरीके से लागू किया जाना चाहिए और गुजरात मॉडल को इन्वेस्टर समिट के माध्यम से पेश करना चाहिए। मुझे पूरा विश्वास है कि छत्तीसगढ़ फार्मास्यूटिकल हब बनने के साथ-साथ फार्मास्यूटिकल इकोनॉमिक और फाइनेंशियल हब भी बनेगा। साथ ही, केंद्र सरकार के प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव पॉलिसी पर भी गंभीर चर्चा करनी चाहिए।”
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