साजा. साजा थाना में साहू समाज और सर्व समाज के पदाधिकारी एकत्रित होकर पहुंचे और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा। विधायक ईश्वर साहू के पुत्र के खिलाफ दर्ज की गई रिपोर्ट से समाज नाराज है। इस रिपोर्ट को निरस्त करने की मांग को लेकर समाज के प्रमुख जन इकट्ठा हुए।
इस प्रतिनिधिमंडल में साहू समाज के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामकुमार साहू, जिला अध्यक्ष गैंद राम साहू, तहसील अध्यक्ष उमाशंकर साहू, थान खम्हरिया के तहसील अध्यक्ष बसंत साहू सहित ब्राह्मण समाज से मुलचंद शर्मा, लोधी समाज से ईश्वर पटेल और मुनेश पटेल, जैन समाज से नथमल कोठरी, सिन्हा समाज से देवेंद्र सिन्हा, राजपूत समाज से जितेंद्र ठाकुर के अलावा करण साहू, सुरेश साहू, जिला उपाध्यक्ष युवा साहू संघ जितेंद्र साहू, नारद साहू, संतू राम साहू, गजाधर साहू, बिसरू साहू, प्रमोद साहू और नेमचंद्र साहू शामिल थे।
gossipbharat.comबता दें कि छत्तीसगढ़ के साजा विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू के ऊपर मारपीट को लेकर विभिन्न धाराओं के साथ SC, ST की धाराओं के साथ केस दर्ज किया गया है। जिसको लेकर जमकर सियासत हो रही है। इसी कड़ी में अब विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू ने खुद पर मामला दर्ज होने के बाद आरोप लगाने वाले युवक मनीष मंडावी खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें उन्होंने मारपीट और 10 हजार रुपये लूटपाट करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करवाई है। वहीं उनके पिता विधायक ईश्वर साहू ने इसे विरोधियों की साजिश करार दिया है।
बेटे की मौत के बाद बने विधायक
उल्लेखनीय है कि, बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में युवक भुवनेश्वर साहू को गांव के मुस्लिम मोहल्ले के लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद बीजेपी ने मृतक के पिता ईश्वर साहू को टिकट दे दिया और वो जीत गए, अब वे उसी क्षेत्र के विधायक हैं। उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी।
यह पत्र जिला साहू संघ, बेमेतरा (छ.ग.) की ओर से थाना प्रभारी साजा को संबोधित है। इसमें कृष्णा साहू पिता श्री ईश्वर साहू पर दर्ज की गई रिपोर्ट को हटाने की मांग की गई है, जिसे दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया गया है।
पत्र में कहा गया है कि इस एफआईआर से साहू समाज में असंतोष फैल रहा है और यदि झूठे आरोपों को नहीं हटाया गया, तो साहू समाज और अन्य समाज इसका विरोध करेंगे। पत्र में एफआईआर को निरस्त करने की अपील की गई है।
प्रतिलिपियों के तौर पर अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, और कलेक्टर बेमेतरा को भी इस पत्र की प्रतिलिपि भेजी गई है।