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कैंसर की तरह पाकिस्तान खुद को निगल रहा है… जयशंकर की तीर-तीखी बातों से पड़ोसी को लगेगी मिर्ची

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कैंसर की तरह पाकिस्तान खुद को निगल रहा है… जयशंकर की तीर-तीखी बातों से पड़ोसी को लगेगी मिर्ची

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करते हुए उसे कैंसर से तुलना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा कैंसर बन चुका है जो अपने ही शरीर को खा रहा है और इसका असर अब उस देश की राजनीति पर भी दिखाई देने लगा है।

जयशंकर ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने को लेकर अपनी आलोचना व्यक्त करते हुए कहा कि यह रवैया अब पाकिस्तान के लिए एक समस्या बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को इस तरह के रवैये को छोड़कर पूरे उपमहाद्वीप के हितों के लिए काम करना चाहिए।

भारत की विदेश नीति पर भी अपनी राय रखते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत को उभरती तकनीकों में पीछे नहीं रहना चाहिए और पश्चिमी हितों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि भारत अपने आंतरिक विकास को बढ़ाते हुए बाहरी खतरों से बचने की दिशा में काम कर रहा है। भारत को एक मित्र देश के रूप में वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनानी चाहिए।

जयशंकर ने वित्तीय संस्थानों से उत्पन्न चुनौतियों पर भी बात की और कहा कि भारत को अपने आंतरिक विकास को बढ़ावा देना चाहिए, साथ ही बाहरी जोखिमों को कम करना चाहिए।

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अंत में, विदेश मंत्री ने भारत के कूटनीतिक दृष्टिकोण को तीन शब्दों में स्पष्ट किया: “पारस्परिक सम्मान, संवेदनशीलता और हित।” उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में यह साबित हुआ है कि भारत ने विभिन्न देशों के साथ रिश्ते मजबूत किए हैं, बिना किसी को अलग किए। मुश्किल परिस्थितियों ने यह समझने का अवसर दिया है कि कैसे विभाजन को खत्म किया जा सकता है।

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