- नोएल टाटा बने टाटा ट्रस्ट्स के नए चेयरमैन
नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट्स का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। इस निर्णय की पृष्ठभूमि दिवंगत रतन टाटा के निधन के बाद की है, और इस नियुक्ति का उद्देश्य टाटा ट्रस्ट्स के उद्देश्यों और सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाना है। साथ ही, मेहली मिस्त्री को परमानेंट ट्रस्टी के रूप में नियुक्त किया गया है।
नोएल टाटा की पहचान
नोएल टाटा, नवल टाटा और उनकी दूसरी पत्नी सिमोन के बेटे हैं। वह रतन टाटा और जिमी टाटा के सौतेले भाई हैं। नोएल ने अपनी पढ़ाई ब्रिटेन की ससेक्स यूनिवर्सिटी से की है। वर्तमान में, वह टाटा इंटरनेशनल, वोल्टास, और टाटा इन्वेस्टमेंट के चेयरमैन हैं और टाइटन के वाइस चेयरपर्सन भी हैं। उनके तीन बच्चे हैं: लेह टाटा, माया टाटा, और नेविल टाटा, जिन्हें टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल किया गया है।
पेशेवर यात्रा
नोएल टाटा को अगस्त 2010 में ट्रेंट का नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया था और मार्च 2014 में वह कंपनी के चेयरमैन बने। उनके कार्यकाल के दौरान, टाटा इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में उन्होंने कंपनी के टर्नओवर को 500 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 3 बिलियन डॉलर तक पहुंचाया। इसके अतिरिक्त, वे सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में भी ट्रस्टी के रूप में कार्य करते हैं।
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मेहली मिस्त्री का परिचय
मेहली मिस्त्री, शापूरजी पालोनजी के पोते हैं और पूर्व टाटा ग्रुप के चेयरमैन दिवंगत साइरस मिस्त्री के चचेरे भाई हैं। उन्हें नवंबर 2022 में टाटा ट्रस्ट में ट्रस्टी बनाया गया था और अब उन्हें परमानेंट ट्रस्टी के रूप में पदोन्नत किया गया है। मेहली मिस्त्री वर्तमान में पेंट डिस्ट्रीब्यूशन, लॉजिस्टिक्स, और ट्रैवल सेक्टर में व्यवसाय कर रहे हैं।
टाटा ट्रस्ट्स की संरचना
टाटा ट्रस्ट्स एक महत्वपूर्ण संस्था है जिसमें 14 टाटा ट्रस्ट शामिल हैं। टाटा संस का बड़ा मालिकाना हक मुख्यतः दो ट्रस्ट, सर रतन ट्रस्ट और सर दोराबजी ट्रस्ट के पास है, जिनके पास मिलाकर 50% मालिकाना हक है। टाटा ट्रस्ट्स की कुल भागीदारी टाटा संस में 65.3% है, जो भारत के सबसे बड़े उद्योग घरानों में से एक को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यप्रणाली और सदस्य
टाटा ट्रस्ट्स के संचालन के लिए एक एग्जीक्यूटिव कमिटी की नियुक्ति की जाती है, जो विभिन्न ऑपरेशंस पर ध्यान देती है। पहले इस कमिटी के चेयरमैन रतन टाटा थे, और अन्य प्रमुख सदस्यों में वेणु श्रीनिवासन और विजय सिंह शामिल थे।
नोएल टाटा का टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन के रूप में कार्यभार संभालना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो टाटा ट्रस्ट्स की सामाजिक पहलों को और मजबूत बनाएगा। उनके अनुभव और नेतृत्व से ट्रस्ट के उद्देश्यों को नए स्तर पर पहुंचाने की उम्मीद की जा रही है।
यह नियुक्ति न केवल टाटा समूह के लिए, बल्कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावी बदलाव लाने के लिए भी महत्वपूर्ण है।