BHILAI. महादेव सट्टा ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार (Saurabh Chandrakar arrested) किया गया है। सौरभ चंद्राकर पर आरोप है कि उसने महादेव ऐप के माध्यम से लगभग 6 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया। यह गिरफ्तारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर की गई, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर जारी किया गया था। सौरभ को जल्द ही भारत लाया जाएगा, जहां उस पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
महादेव सट्टा ऐप का संचालन
महादेव सट्टा ऐप एक ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर्स विभिन्न खेलों जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन आदि पर दांव लगाते हैं। यह ऐप तेजी से लोकप्रिय हुआ और इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी का संचालन किया गया। इसके संचालन में न केवल भारतीय नागरिक शामिल थे, बल्कि विदेशों में भी इसके यूजर्स थे।
भिलाई में एक साधारण जूस सेंटर से शुरू
सौरभ चंद्राकर का करियर भिलाई में एक साधारण जूस सेंटर से शुरू हुआ था, लेकिन उसने अपने कुशाग्र बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए महादेव सट्टा ऐप (mahadev satta app) का संचालन शुरू किया। इस ऐप ने देशभर में जुए के संचालन में तेजी लाई और इससे कई लोगों ने अपनी जमा पूंजी खोई।
ईडी ने इस मामले की जांच के दौरान कई नेताओं और अधिकारियों से पूछताछ की थी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ भी आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने इस मामले में प्रोटेक्शन मनी ली थी। महादेव ऐप से जुड़े मामले में ईडी ने कई संपत्तियों को कुर्क किया है, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है।
महादेव ऐप के संचालन की पद्धति बहुत ही चालाकी से डिज़ाइन की गई है, जहां यूजर्स को विभिन्न खेलों पर दांव लगाने का अवसर दिया जाता है। यह ऐप समाज में जुए के प्रति आकर्षण बढ़ाने में सफल रहा है, जिससे कई लोग अपनी बचत को खो चुके हैं।
सौरभ चंद्राकर और महादेव सट्टा ऐप के मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा था।
ईडी की चार्जशीट
21 अक्टूबर 2023 को, ईडी ने इस मामले में अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 14 आरोपियों के नाम शामिल थे। इस चार्जशीट के तहत, ईडी ने 41 करोड़ रुपये की आपराधिक आय को अस्थायी रूप से कुर्क किया। जांच में शामिल प्रमुख लोगों में रवि उप्पल का नाम भी है, जो इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर दुबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए थे।
संपत्ति कुर्की और छापेमारी
ईडी ने देश भर के कई शहरों में हवाला ऑपरेटरों से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे। इस कार्रवाई के दौरान लगभग 417 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया। इस कार्रवाई ने इस बात का संकेत दिया कि ईडी इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और इसे सख्ती से सुलझाने के लिए तत्पर है।
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राजनीतिक आरोप
सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह नगर भिलाई का निवासी है। महादेव सट्टा ऐप मामले में, भूपेश बघेल पर यह आरोप लगा कि उन्होंने चंद्राकर और उप्पल से 508 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के तौर पर लिए। यह मामला चुनावी राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बना, खासकर भाजपा ने इसे कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल किया, जिससे कांग्रेस को चुनाव में नुकसान हुआ।
बॉलीवुड के सेलेब्रिटीज़ और शादी का विवाद
सौरभ चंद्राकर की शादी समारोह में भी कई विवाद उठे। ईडी के अनुसार, इस समारोह में एक प्रबंधन कंपनी के माध्यम से 112 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। इसके अलावा, होटल की बुकिंग के लिए 42 करोड़ रुपये नकद दिए गए थे। इस मामले में कई बॉलीवुड के सेलेब्रिटीज़, सिंगर्स, और कॉमेडियंस का नाम सामने आया, जो जांच के दायरे में आए।
ऑनलाइन सट्टेबाजी पर प्रतिबंध
भारत सरकार ने महादेव सट्टा ऐप के मामले के मद्देनजर कई अन्य ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। 2023 में, कुल 138 ऑनलाइन बेटिंग ऐप और 94 डिजिटल लोन ऐप पर बैन लगाया गया था, जो इस बात का संकेत है कि सरकार इस क्षेत्र में सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है।