टीकमगढ़:- दुनिया में पूत कपूत हो सकता है, लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती। यह कहावत आपने सुनी ही होगी, लेकिन टीकमगढ़ जिले में एक ऐसी घटना सामने आई जिसने सभी के रौंगटे खड़े कर दिए। एक मां ने ही अपने जिगर के टुकड़े को तालाब में डूबो कर मौत के घाट उतार दिया।
शुक्रवार को टीकमगढ़ के महेन्द्र सागर तालाब में एक 4 साल के बच्चे का शव मिला था। राहगीरों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी थी। कोतवाली पुलिस ने बच्चे का शव पानी से निकालकर कर पीएम के लिए भेजा था। बच्चे की शिनाख्त को लेकर पड़ताल जारी रही। इसी दौरान पुलिस को किसी ने बताया की रोरैया मुहल्ले की शारदा साहू अपने बच्चे के साथ तालाव के पास देखी गई थी।
परिवार से परेशान होकर बच्चे को तालाब में फेंका
पुलिस ने इस महिला से पूछताछ शुरू की। पहले तो महिला ने कहा कि उसने कुछ नहीं किया। लेकिन पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो शारदा देवी साहू टूट गई। उसने अपना जुर्म कबूल लिया। महिला ने बताया कि वह अपने परिवार वालों से परेशान थी। जिस वजह से अपने बेटे अर्पित को तालाब में फेंक आई थी।
ससुराल वालों को गुमराह करती रही महिला
पुलिस आरोपी मां शारदा साहू पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस घटना को लेकर यह भी बताया जा रहा था कि महिला ज्यादा पढ़ी लिखी थी और वह अपने ससुराल में सेटल नहीं हो पा रही थी। इस वजह से परिवार में झगड़े हो रहे थे। हत्यारिन मां अपने पति और ससुराल वालों को घुमाती रही कि उसे नहीं पता उसका बेटा अर्पित कहा गया। लेकिन पुलिस की जांच पड़ताल में हत्या का खुलासा हो गया।