UGC का बड़ा फैसला: अब एक ही शैक्षणिक सत्र में दो डिग्रियां होंगी मान्य, छात्रों को बड़ी राहत
नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रों को बड़ी राहत देते हुए नियमों में संशोधन किया है। अब छात्र एक ही शैक्षणिक सत्र में दो डिग्रियां प्राप्त कर सकते हैं और दोनों को मान्यता दी जाएगी। यह नियम वर्ष 2022 से पहले ली गई डिग्रियों पर भी लागू होगा।
क्या है नया नियम?
UGC द्वारा संशोधित नियमों के अनुसार, छात्र अब एक डिग्री रेगुलर मोड (कक्षा आधारित अध्ययन) में और दूसरी डिग्री ओपन डिस्टेंस लर्निंग या ऑनलाइन मोड में एक साथ कर सकते हैं। इसके अलावा, छात्र चाहें तो दोनों डिग्रियां ओपन और डिस्टेंस लर्निंग मोड से भी प्राप्त कर सकते हैं।
हालांकि, दोनों डिग्रियों को रेगुलर मोड में प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी गई है। यह सुविधा केवल स्नातक और स्नातकोत्तर (UG/PG) स्तर पर लागू होगी और पीएचडी या समकक्ष उच्चतर पाठ्यक्रमों के लिए मान्य नहीं होगी।
पहले क्या था नियम?
- वर्ष 2012 में UGC ने एक समिति गठित कर यह सुझाव दिया था कि एक समय में एक ही रेगुलर डिग्री के साथ अतिरिक्त डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स डिस्टेंस मोड में किया जा सकता है।
- 2020 में यह संशोधन किया गया कि छात्र एक रेगुलर डिग्री के साथ एक डिग्री डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में ले सकते हैं, पर दोनों रेगुलर डिग्रियों की अनुमति नहीं थी।
- नई शिक्षा नीति 2020 में दो डिग्रियों की अनुमति तो दी गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि यह सुविधा 2022 से पहले की डिग्रियों पर भी लागू होगी या नहीं।
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UGC का यह फैसला शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जिससे छात्रों को एक साथ विभिन्न विषयों में दक्षता हासिल करने का अवसर मिलेगा।