चाय बेचने वाले जीवर्धन चौहान बने रायगढ़ महापौर पद के भाजपा प्रत्याशी
रायपुर। राजनीति में बदलाव और अवसरों की कहानियां अक्सर सुनी जाती हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रायगढ़ नगर निगम के महापौर पद के लिए चाय बेचने वाले जीवर्धन चौहान को प्रत्याशी बनाकर सभी को चौंका दिया है। यह कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चाय बेचने वाली पृष्ठभूमि की याद दिलाती है।
भाजपा ने रायगढ़ नगर निगम की अनुसूचित जाति (मुक्त) के लिए आरक्षित महापौर पद पर जीवर्धन चौहान को उम्मीदवार घोषित किया है। इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में उनकी चर्चा तेज हो गई है।
इस घोषणा को लेकर मंत्री ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “चाय बेचने वाले, 29 साल से पार्टी के लिए निष्ठा से कार्य कर रहे जमीनी कार्यकर्ता जीवर्धन चौहान को भाजपा ने रायगढ़ महापौर प्रत्याशी बनाया है।”
जीवर्धन चौहान का राजनीतिक सफर
रायगढ़ की रेलवे कॉलोनी, सोनकर पारा निवासी जीवर्धन चौहान ने 1996 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। इसके बाद 1998 में उन्हें वार्ड अध्यक्ष बनाया गया। उनका राजनीतिक सफर लगातार आगे बढ़ता गया, और 2004 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की नगर कार्यकारिणी में शामिल किया गया।
विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने संगठन को मजबूती दी:
- 2005 में नगर मंत्री,
- 2006 में नगर उपाध्यक्ष,
- 2008 में नगर महामंत्री,
- 2011 में नगर अध्यक्ष।
इसके अलावा, 2023 से 2024 तक वे भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री तथा जिला भाजपा कार्यसमिति के सदस्य भी रहे। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला और पार्टी की सेवा की।
जीवर्धन चौहान को मौका क्यों?
भाजपा द्वारा उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने को पार्टी की जमीनी कार्यकर्ताओं को महत्व देने की नीति के रूप में देखा जा रहा है। चौहान ने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा और मेहनत से एक मिसाल कायम की है, जिसका परिणाम यह ऐतिहासिक अवसर है।
अब देखना होगा कि रायगढ़ की जनता इस फैसले को कैसे स्वीकार करती है और आगामी चुनावों में भाजपा को कितना समर्थन मिलता है।