- तला-भुना, मसालेदार और जंक फूड का अत्यधिक सेवन एसिडिटी का मुख्य कारण होता है।
- लंबे समय तक बिना खाना खाए रहने से पेट में एसिड का स्राव बढ़ जाता है
Acidity ;एसिडिटी (अम्लता) तब होती है जब पेट में उपस्थित गैस्ट्रिक ग्लैंड्स जरूरत से ज्यादा हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) का स्राव करने लगते हैं। यह एसिड भोजन को पचाने में मदद करता है, लेकिन जब इसका स्तर बढ़ जाता है, तो पेट में जलन, अपच और गैस जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। एसिडिटी के कई कारण हो सकते हैं
1. गलत खानपान:
– तला-भुना, मसालेदार और जंक फूड का अत्यधिक सेवन एसिडिटी का मुख्य कारण होता है।
– अधिक मात्रा में चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक और शराब wineका सेवन भी पेट में एसिड बढ़ा सकता है।
2. खाली पेट रहना
– लंबे समय तक बिना खाना खाए रहने से पेट में एसिड का स्राव बढ़ जाता है, जिससे एसिडिटी की समस्या होती है।
3. गलत समय पर खाना:
– अनियमित समय पर भोजन करना या भोजन के समय में बार-बार बदलाव करना भी एसिडिटी को जन्म देता है।
4. ओवरईटिंग (ज्यादा खाना):
– एक बार में बहुत ज्यादा भोजन करने से पेट को उसे पचाने के लिए ज्यादा एसिड बनाना पड़ता है, जिससे एसिडिटी होती है।
5. तनाव (Stress):
– मानसिक तनाव और चिंता भी एसिडिटी का एक बड़ा कारण है, क्योंकि तनाव की स्थिति में शरीर में एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है।
6. नींद की कमी:
– पर्याप्त नींद न लेने से पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ता है, जिससे एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है।
7.धूम्रपान और शराब का सेवन:
– धूम्रपान और शराब पेट की एसिड की मात्रा को बढ़ाते हैं, जिससे एसिडिटी की समस्या होती है।
8.दवाइयों का असर:
– कुछ दवाइयाँ, जैसे पेनकिलर या एंटी-इंफ्लेमेटरी मेडिसिन्स, पेट की परत को कमजोर कर देती हैं और एसिड का स्राव बढ़ा सकती हैं।
9. लाइफस्टाइल संबंधी कारण:
– खाने के तुरंत बाद लेटना या शारीरिक गतिविधि न करना।
– देर रात भोजन करना।
10.हेलिकॉबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori) संक्रमण:
– यह बैक्टीरिया पेट की आंतरिक परत को प्रभावित करता है, जिससे एसिडिटी बढ़ सकती है।
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इन सभी कारणों से पेट में एसिड का स्राव अनियमित हो सकता है और एसिडिटी की समस्या पैदा होती है।
How to Avoid Acidity: अगर आप एसिडिटी से राहत पाने के घरेलू उपाय ढूंढ रहे हैं, तो कुछ आसान और प्रभावी उपाय हैं जो आपको मदद कर सकते हैं:
1. गुनगुना पानी:
– दिन में 1-2 बार गुनगुना पानी पीने से पेट में एसिड का स्तर सामान्य रहता है और पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है।
2. तुलसी के पत्ते:
– 2-3 तुलसी के पत्तों को चबाने से एसिडिटी में राहत मिलती है। तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट की जलन को कम करते हैं।
3.जीरा (Cumin):
– जीरा को पानी में उबालकर ठंडा करें और फिर इस पानी को पीएं। जीरा पाचन में सुधार करता है और एसिडिटी को नियंत्रित करता है।
4. सौंफ (Fennel Seeds):
– भोजन के बाद सौंफ चबाएं। इससे न केवल सांस की ताजगी रहती है बल्कि पाचन भी बेहतर होता है और एसिडिटी कम होती है।
5. अदरक (Ginger):
– अदरक की चाय या अदरक का एक टुकड़ा चबाने से एसिडिटी में आराम मिलता है। अदरक गैस्ट्रिक जूस के स्राव को नियंत्रित करता है।
6. ठंडा दूध:
– ठंडा दूध पीने से पेट में जलन और एसिडिटी में तुरंत आराम मिलता है, क्योंकि दूध एसिड को न्यूट्रलाइज करता है।
7. एप्पल साइडर विनेगर:
– 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को 1 गिलास पानी में मिलाकर पीने से एसिडिटी कम हो सकती है, क्योंकि यह पेट में एसिड का स्तर संतुलित करता है।
8. नारियल पानी:
– नारियल पानी पीने से पेट की जलन और एसिडिटी में राहत मिलती है और पेट का pH लेवल संतुलित रहता है।
9.एलोवेरा जूस:
– एलोवेरा का जूस पीने से पेट की सूजन और एसिडिटी में आराम मिलता है।
10. संतुलित आहार:
– मसालेदार, तला-भुना और अधिक तैलीय भोजन से बचें। छोटे-छोटे अंतराल पर हल्का भोजन लें और फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें।
इन उपायों के साथ-साथ, आपको अपनी जीवनशैली में कुछ सुधार भी करने चाहिए, जैसे कि खाने के तुरंत बाद लेटने से बचना, भोजन धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाना, और ताजे फल व सब्जियों का सेवन बढ़ाना।