Sitting Rising Test: ये साधारण फिटनेस टेस्ट बता सकता है आपकी सेहत और उम्र का राज
क्या एक साधारण बैठने और उठने का अभ्यास आपकी सेहत और उम्र का संकेत दे सकता है? विशेषज्ञों का मानना है कि सिटिंग-राइजिंग टेस्ट (SRT) ऐसा करने में काफी हद तक सक्षम है। हाल ही में यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी में दावा किया गया है कि यह परीक्षण हृदय स्वास्थ्य, मांसपेशीय ताकत, संतुलन और समन्वय का एक अहम सूचक हो सकता है।
क्या है Sitting-Rising Test?
सिटिंग-राइजिंग टेस्ट एक सरल फिजिकल फिटनेस टेस्ट है जिसे विशेष रूप से बुजुर्गों में मृत्यु दर के जोखिम का अनुमान लगाने के लिए डिजाइन किया गया था। इस टेस्ट में व्यक्ति को खड़े होकर बिना किसी सहारे के जमीन पर बैठना होता है और फिर दोबारा बिना सहारा लिए खड़ा होना होता है।
ऐसे करें टेस्ट:
- जूते और मोजे उतारकर समतल जगह पर खड़े हो जाएं।
- बिना हाथ, घुटनों या किसी वस्तु का सहारा लिए धीरे-धीरे बैठें।
- फिर बिना किसी सहारे के दोबारा खड़े हों।
स्कोरिंग प्रणाली:
- कुल स्कोर: 10 अंक
- हर बार हाथ, घुटना या अन्य अंग से सहारा लेने पर 1 अंक कटता है।
- संतुलन बिगड़ने पर 0.5 अंक कम किए जाते हैं।
क्या कहती है स्टडी?
ब्राजील में 4,282 लोगों पर की गई इस स्टडी के अनुसार:
- जिन लोगों का स्कोर 0 से 4 के बीच था, उनमें अगले 12 वर्षों में मृत्यु का जोखिम सबसे अधिक पाया गया।
- जबकि 8 से 10 स्कोर वाले लोगों में यह जोखिम काफी कम था।
क्यों है यह टेस्ट महत्वपूर्ण?
कम स्कोर यह दर्शाता है कि आपके शरीर की लचीलापन, मांसपेशीय ताकत और संतुलन कमजोर है, जो दिल की बीमारियों या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की चेतावनी हो सकती है। हालांकि, यह एकमात्र निर्धारक नहीं है, लेकिन फिटनेस में कमी का संकेत जरूर देता है।
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सिटिंग-राइजिंग टेस्ट कोई जादुई उपाय नहीं है, लेकिन यह आपके शरीर की मौजूदा स्थिति का संकेत देने वाला एक सरल और उपयोगी उपकरण हो सकता है। यदि इस टेस्ट को करने में कठिनाई होती है, तो यह फिटनेस सुधारने का एक संकेत माना जाना चाहिए।
स्रोत: The Washington Post (विशेष अनुबंध के तहत)