S-400 ‘सुदर्शन चक्र’: एक मिसाइल दागने में 8 से 16 करोड़ रुपये तक का खर्च, पाकिस्तान पर बरसा कहर
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की मियाद 18 मई तक बढ़ा दी गई है, लेकिन सीमाओं पर हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस बीच भारतीय सेना द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। इस ऑपरेशन में भारत की एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम, खासकर S-400 ट्रायम्फ ने अहम भूमिका निभाई है।
S-400 ने मोर्चे पर दिखाई ताकत
DGMO राजीव घई के अनुसार, सीमा पर हालात किसी युद्ध से कम नहीं हैं। 7 से 10 मई के बीच, पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों का भारत ने S-400 और आकाश डिफेंस सिस्टम की मदद से मुंहतोड़ जवाब दिया। इन हमलों में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
क्या है S-400 सिस्टम?
S-400 रूस में विकसित की गई एक अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली है, जिसे भारत ने 2018 में करीब 35,000 करोड़ रुपये में खरीदा था। भारत ने इसके 5 स्क्वाड्रन लिए हैं, जिनमें से तीन स्क्वाड्रन पहले ही तैनात किए जा चुके हैं और बाकी दो 2026 तक आ जाएंगे।
S-400 की खासियत यह है कि यह एक साथ 72 मिसाइलें दागने में सक्षम है और स्टील्थ विमानों, ड्रोन, क्रूज़ मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइलों को भी हवा में ही तबाह कर सकती है।
मिसाइलों की रेंज और प्रकार
S-400 में कई अलग-अलग मिसाइलें होती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 48N6E3: 250 किमी की रेंज
- 40N6E: 400 किमी की रेंज (सबसे लंबी दूरी वाली)
- 9M96E और 9M96E2: कम दूरी की मिसाइलें
एक मिसाइल की लागत कितनी?
रिपोर्ट्स के अनुसार, S-400 की सबसे महंगी मिसाइल 40N6E को दागने में 8 से 16 करोड़ रुपये का खर्च आता है। यह लागत ऑपरेशन की जटिलता और लॉजिस्टिक सपोर्ट के हिसाब से तय होती है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में S-400 की भूमिका निर्णायक
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया। S-400 ने हवा में ही कई हमलों को ध्वस्त कर दिया, जिससे पाकिस्तान की सैन्य रणनीति को बड़ा झटका लगा।
S-400 भारत की वायु सुरक्षा का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसकी मिसाइलें भले ही महंगी हों, लेकिन उनका असर दुश्मन पर भारी पड़ता है। यह सिस्टम भारत की सीमाओं को हर समय सुरक्षित रखने में सक्षम है और भविष्य में भी इसी तरह देश की रक्षा में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।