गणतंत्र दिवस का अपमान: गंगालूर तहसील कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया गया, अफसर रहे अनुपस्थित
बीजापुर के गंगालूर तहसील कार्यालय में गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा ध्वजारोहण नहीं किया गया। तहसीलदार और अन्य अधिकारी इस महत्वपूर्ण दिन पर उपस्थित नहीं थे, जिससे कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। इस घटना से ग्रामीणों में नाराजगी फैल गई, और सरपंच ने इसे गणतंत्र का अपमान बताया।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री का संदेश
वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, श्री विष्णुदेव साय ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में तिरंगा फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और कहा कि यह दिन हम सभी के लिए गर्व का प्रतीक है, क्योंकि यह दिन उन स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत को याद करने का है जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई। उन्होंने संविधान निर्माताओं के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह संविधान ही भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनाता है।
राज्यपाल की भी शुभकामनाएं
राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में राज्यपाल श्री रमेन डेका ने भी ध्वजारोहण किया और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ विकास की राह पर निरंतर अग्रसर है और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने संविधान के माध्यम से लोगों को उनके मौलिक अधिकार दिए, ताकि वे राष्ट्रहित में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।