रायपुर सूटकेस हत्याकांड: पहले नाश्ता करवाया, फिर कर दी हत्या – वकील दंपत्ति की हैरान करने वाली साजिश का खुलासा
Raipur Murder Case Update:
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सामने आए सनसनीखेज सूटकेस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने अपने परिचित किशोर पैकरा की हत्या की थी। पुलिस के अनुसार हत्या की साजिश 20 दिन पहले रची गई थी, जिसे 21 जून को अंजाम दिया गया।
हत्या की पूरी कहानी – विश्वास बना, फिर छल किया
मृतक किशोर पैकरा एक विकलांग युवक था, जिसने अपनी कुछ विवादित जमीनों और कानूनी मामलों के समाधान के लिए वकील अंकित की मदद ली थी। शुरुआती भरोसा बढ़ाने के लिए वकील ने एक केस में मात्र 10 रुपये शुल्क लिया, लेकिन धीरे-धीरे किशोर से करीब 18 लाख रुपये निवेश के नाम पर हड़प लिए।
जब किशोर ने अपनी रकम लौटाने का दबाव बनाया, तो आरोपी दंपत्ति ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।
कैसे रची गई हत्या की साजिश?
- हत्या की योजना: 20 दिन पहले से चल रही थी।
- दिनांक: 21 जून को किशोर को इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित घर बुलाया गया।
- पहले कराया नाश्ता: भरोसा दिलाने के लिए उसकी खातिरदारी की गई।
- फिर मारा गया: खाने के बाद जैसे ही वह आराम करने लगा, आरोपी पति-पत्नी ने रस्सी से हाथ-पैर बांध दिए, फिर गला दबाकर और सिर पर वार कर हत्या कर दी।
- शव को एक दिन घर में रखा गया।
शव को कैसे छिपाया गया?
22 जून को वकील अंकित ने अपने दो सहयोगी – विनय यदु और सूर्यकांत को बुलाया। तीनों ने मिलकर शव को टुकड़ों में बांधकर मोड़ा और एक सूटकेस में भरकर ठिकाने लगाने की कोशिश की।
पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद अंकित ने अपनी मां से फोन पर पूरी घटना साझा भी की थी।
पुलिस ने क्या बताया?
एसएसपी लाल उमेद सिंह ने मीडिया को बताया कि हत्या बेहद सुनियोजित और पूर्व नियोजित थी। शव की हालत सड़ी हुई थी और युवक का गला धारदार हथियार से रेता गया था। हत्या के बाद आरोपी दंपत्ति सबूत मिटाकर दिल्ली फरार हो गए थे, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
हत्या की मुख्य वजह
- पैसे का लेन-देन
- जमीन सौदे से जुड़े विवाद
- निवेश योजना के नाम पर ठगी
फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
रायपुर में सामने आया यह मामला बताता है कि किस तरह लालच और धोखे की कहानी एक दर्दनाक हत्या में बदल गई। इस केस ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है और यह भी सिखाया है कि अंधा विश्वास कभी-कभी खतरनाक अंजाम तक पहुंचा सकता है।