शिक्षा नीति में बड़ा बदलाव: 11 साल बाद फिर शुरू होगा एक वर्षीय बीएड, नए सत्र से लागू होगी योजना
भिलाई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत बीएड (B.Ed) कोर्स की अवधि में बदलाव किया गया है। अब चार वर्षीय स्नातक पूरा कर चुके या स्नातकोत्तर (PG) डिग्री धारकों को केवल एक साल में बीएड करने की सुविधा मिलेगी। यह नई व्यवस्था शैक्षणिक सत्र 2026-27 से लागू होने की संभावना है।
दुर्ग जिले के 32 बीएड कॉलेजों में तैयारी शुरू
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने प्रस्तावित मसौदा भेजा है। SCERT को 8 मार्च तक इस पर अपनी समीक्षा या आपत्ति दर्ज करनी होगी। स्वीकृति मिलने के बाद राज्य के बीएड कॉलेजों में यह नया कोर्स लागू किया जाएगा।
पुराना दो वर्षीय कोर्स भी रहेगा जारी
वर्तमान में बीएड कोर्स की अवधि दो वर्ष है, जो अब भी जारी रहेगा। हालांकि, नए नियमों के तहत कॉलेजों को मल्टी-डिसिप्लिनरी प्रोग्राम शुरू करने होंगे। नियमों का पालन न करने वाले संस्थानों का कोर्स बंद किया जा सकता है। इसके लिए कॉलेजों को चार साल की समय-सीमा दी गई है।
बीएड पाठ्यक्रम में नए बदलाव
- चार वर्षीय स्नातक धारकों के लिए: बीएड केवल एक वर्ष में पूरा किया जा सकेगा।
- पीजी डिग्री धारकों के लिए: स्नातकोत्तर करने के बाद भी बीएड की अवधि सिर्फ एक साल होगी।
- स्कूली शिक्षा के अनुसार पाठ्यक्रम: शिक्षक प्रशिक्षण को चार स्तरों – फाउंडेशन, प्रीपेटरी, मिडिल और सेकेंडरी – में बांटा जाएगा। अलग-अलग स्तरों के शिक्षकों के लिए विशेष बीएड कोर्स तैयार किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में यूनिफॉर्म का रंग बदलेगा, नया सत्र नए लुक के साथ
11 साल बाद फिर शुरू होगा एक वर्षीय बीएड
करीब 11 साल के अंतराल के बाद एक वर्षीय बीएड प्रोग्राम फिर से लागू किया जा रहा है। NCTE ने इस बदलाव को स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, NEP-2020 के प्रभावी क्रियान्वयन और 2047 तक “विकसित भारत” लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।