रायपुर में 100 बिस्तरों वाला प्राकृतिक व योग चिकित्सा अस्पताल की सौगात, 2008 से नौकरी की राह देख रहे बीएनवायएस चिकित्सकों को मिलेगा रोजगार
नारायणपुर :- आयुष मंत्रालय – भारत सरकार व केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद् दिल्ली द्वारा छत्तीसगढ़ रायपुर में बनेगा 100 बिस्तरों वाला प्राकृतिक व योग चिकित्सा अस्पताल व अनुसंधान संस्थान, इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम द्वारा 29 अक्टूबर 2024 – मंगलवार को प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी रखेंगे आधारशिला।
छत्तीसगढ़ राज्य में प्राईवेट महाविद्यालय 2002 से “बी एन वाय एस” अर्थात बेचलर आफ नेचुरोपैथी व योगिक महाविद्यालय नगपुरा – दुर्ग जिले में संचालित है जहां 5 वर्षीय मेडिकल विषयों की पढ़ाई एवं इन्टर्नशीप के बाद अर्हता व पंजीयन आयुष मंत्रालय छत्तीसगढ़ द्वारा ही दिया जाता है। इस महाविद्यालय से 350 से अधिक चिकित्सकों का पंजीकरण है जो कि रोजगार के अभाव में अन्य राज्य व विदेशों में रोजगार हेतु मजबूर हैं व बहुतयों ने तो जिविकोपार्जन हेतु दूसरे क्षेत्र में/ दूसरे फिल्ड में जाब कर रहे हैं।
लेकिन अब वर्तमान सरकार की दूरदर्शिता और भारतीय चिकित्सा पद्धति का उन्नयन किया जा रहा है जिसमें यह अस्पताल बी एन वाय एस चिकित्सकों एवं योग स्नातकों के लिए वरदान साबित होने जा रहा है निश्चित ही माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में व राज्य सरकार माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी, माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल जी के तालमेल से छत्तीसगढ़ प्राकृतिक व योग चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाते हुए आज के समय के जरूरत के हिसाब से जिसमें प्रदुषित वातावरण दवाईयों के साईड इफेक्ट जैसे चुनौतियों लड़ते हुए समस्त जनमानस को “सर्वे भवन्तु सुखिन: – सर्वे संतु निरामया:” को सिद्ध करते हुए अग्रणी भूमिका निभाएगा व साथ ही राज्य में राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग NCISM के नियमों तहत सरकारी बी एन वाय एस डिग्री (यू जी) एवं सरकारी पी जी डिग्री एवं योग व प्राकृतिक चिकित्सा थेरेपिस्ट कोर्स महाविद्यालय संस्थान की स्थापना करेंगे जिससे आने वाली युवा पीढ़ी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की साइंस व वैज्ञानिक पद्धतियों को समझते हुए लोगों व मरीजों का सही ढंग से इलाज कर सकेंगे। साथ ही छत्तीसगढ बी एन वाय एस चिकित्सक संघ, केंद्र सरकार, राज्य सरकार व केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद् के इस भागीरथी प्रयास की सराहना करता है धन्यवाद ज्ञापित करता है एवं आभार व्यक्त करता है।