दुग्गल परगना में आदिवासी समुदाय ने मनाया वरसा मेटा जलसा कार्यक्रम
नारायणपुर :- दुग्गल परगना अंतर्गत 28 गांव के आदिवासी समुदाय द्वारा वार्षिक उत्सव (वरसा मेटा जलसा) कार्यक्रम ग्राम तेलसी में लगातार तीसरा वर्ष शनिवार को दुग्गल परगना मांझी रामू दुग्गा की अध्यक्षता एवं,गोटाल परगना मांझी मंगतू दुर्वा के आतिथ्य में परगना अध्यक्ष रैनू कुमेटी एवं 28 ग्राम से पधारे गायता-गायतीन, पटेल -पटेलिन , पुजारी-पुजारिन, जन प्रतिनिधि गण सभी ग्राम से आये हुए सामाजिक कार्यकर्ता, ग्राम वासी एवं युवक- युवतियों के द्वारा दरती याया की सेवा अर्जी कर वार्षिक उत्सव का शुभारंभ किया गया।
वार्षिक उत्सव में सामूहिक नृत्य, पारंपरिक रेला गीत के साथ- साथ आदिवासी समुदाय के उत्थान पर विचार मंथन भी किया गया। जिसमें पारंपरिक रूढ़ि प्रथा ग्राम सभा,जल- जंगल -जमीन का महत्व,आदिवासी समुदाय के विभिन्न परब-पण्डुम, भाषा, संस्कृति, रीति-रिवाज,पेन मंडा,पेन कड़ा, टोण्डा,कुंदा, बिड़द व्यवस्था ,नाता -गोता जैसी विरासत से प्राप्त समृद्ध व्यवस्थाओं पर विचार मंथन कर कैसे संरक्षित कर उच्च स्तर पर स्थापित किया जाय।
शिक्षा एवं व्यवसाय के क्षेत्र में, विभिन्न विधाओं कैसे आगे बढ़ें। साथ ही विकास में बाधक कुरीतियों को कैसे दूर करें। इन अहम मुद्दों पर सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा विचार मंथन हेतु विचार रख नव वर्ष में नई जागरुकता लाने का प्रयास किया गया। वही आदिवासी समुदाय को जागरूकता के साथ विभिन्न समुदायों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित करने की अपील की गई।
वार्षिक उत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने में मैनू कुमेटी,लक्ष्मण दुग्गा, सुंदर दुग्गा,रामलाल उसेंडी ,जागेश्वर उसेंडी सहित भोजन व्यवस्था में कनेरा, तेलसी,करलखा,एवं भरण्डा के युवक – युवतियों एवं ग्राम वासियों के विशेष योगदान रहा।