बसंत पंचमी पर मां सरस्वती व पारंपरिक वाद्य यंत्रों की पूजा के साथ होली पर्व का शुभारंभ
बेमेतरा। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर बेमेतरा के वार्ड नंबर चार, तहसील कार्यालय के पास स्थित बजरंगबली मंदिर में जय बजरंग सेवा समिति, कचहरी पारा द्वारा भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। साथ ही, ढोल, नंगाड़ा, मांदर, झांझ, मंजीरा, टिमकी, झुनकी आदि पारंपरिक वाद्य यंत्रों की पूजा कर श्रद्धालुओं ने होली पर्व का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर होली गीतों की मनमोहक प्रस्तुति हुई। कलाकार नरोत्तम लाल साहू और उनके सहयोगियों ने “शिव गौरी के प्यारे लाल गजानन करौं तुम्हारे वंदना” एवं अन्य पारंपरिक फाग गीतों का गायन किया। इसके साथ ही होले डांड का झंडा गाड़कर होली महोत्सव की शुरुआत की गई। देर रात तक फाग गीतों का गायन एवं वाद्य यंत्रों का वादन चलता रहा, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय एवं रंगीन हो गया।
शिक्षा और प्रेरणा से भरपूर बसंत पंचमी समारोह, एक्सपर्ट कॉमर्स क्लासेस, कवर्धा में
इस आयोजन में जय बजरंग सेवा समिति, कचहरी पारा के अध्यक्ष नरोत्तम लाल साहू, गायक कलाकार नारायण सिंह ठाकुर, फेरुराम साहू, टेकराम साहू, प्रभु राम साहू, शिक्षक महेश्वर श्रीवास, नगाड़ा वादक वांकेश्वर साहू, मांदर वादक रामकुमार टंडन, डॉ. गोकुल बंजारे, चंदन, सौंखी लाल पोर्ते, लल्लू साहू, संदीप गोंड, टिकेंद्र यादव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं संगीत प्रेमी उपस्थित रहे।
समापन व संदेश
कार्यक्रम में मौजूद सभी श्रद्धालुओं ने मां सरस्वती से ज्ञान, समृद्धि एवं सुख-शांति की कामना की। इस उत्सव ने पारंपरिक संस्कृति को सहेजने और नई पीढ़ी तक इसे पहुंचाने का संदेश दिया। आयोजन समिति ने बताया कि आगामी दिनों में भी फाग गीतों और होली महोत्सव को लेकर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।