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महापौर मीनल चौबे का एलान: रायपुर नगर निगम अपनाएगा इंदौर मॉडल, सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक

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Raipur News: महापौर मीनल चौबे का एलान: रायपुर नगर निगम अपनाएगा इंदौर मॉडल, सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक

रायपुर। राजधानी रायपुर में अब सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाने की तैयारी की जा रही है। महापौर मीनल चौबे ने गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि रायपुर नगर निगम इंदौर मॉडल को अपनाते हुए स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में ठोस बदलाव करेगा।

महापौर ने बताया कि एनजीओ की मदद से शहरवासियों को जागरूक किया जाएगा, ताकि सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ एकजुट होकर प्रभावी नियंत्रण लाया जा सके। इसके साथ ही स्वच्छता व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कई नए कदम उठाए जाएंगे।


नगर निगम की नई पहले

  • सभी 10 जोनों में RRR (Reuse, Reduce, Recycle) केंद्रों को अपग्रेड कर संचालन किया जाएगा।
  • डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा।
  • कचरा वाहनों की ट्रैकिंग के लिए 20 कर्मचारियों की विशेष टीम गठित होगी।
  • उप अभियंताओं को स्वच्छता कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध का लक्ष्य

महापौर ने कहा कि निगम क्षेत्र में सिंगल यूज प्लास्टिक पर व्यावहारिक और सख्त प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके लिए एनजीओ और समाजसेवी संस्थाओं की भागीदारी से जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।


विकास कार्यों पर विशेष निगरानी

नगर निगम के आउटसोर्सिंग कार्यों की निगरानी के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जो ठेकेदार कंपनियों की कार्यप्रणाली पर नियमित नजर रखेगी। प्रत्येक जोन में नए कचरा ट्रांसफर स्टेशन और सेकेंडरी कलेक्शन पॉइंट बनाने के लिए सर्वे कर राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।


प्रत्येक वार्ड का डिजिटल नक्शा तैयार

महापौर ने कहा कि सभी वार्डों का विस्तृत डिजिटल मैप तैयार किया जा रहा है, जिसमें नाला, नाली, सड़क, उद्यान, स्ट्रीट लाइट, शासकीय भवन, स्वास्थ्य केंद्र, कॉलोनियां, तालाब आदि की सटीक जानकारी सम्मिलित की जाएगी। यह कार्य वास्तुविदों और जोन अभियंताओं की टीम के सहयोग से किया जा रहा है।


इंदौर मॉडल से प्रेरणा:

महापौर मीनल चौबे ने कहा कि इंदौर का “आत्मनिर्भर वार्ड मॉडल” सबसे प्रभावशाली है। वहां:

  • 6 श्रेणियों में कचरे का पृथक्करण होता है।
  • हर वार्ड में कचरे का स्थानीय प्रबंधन और रीसाइकलिंग की जाती है।
  • गीले कचरे से खाद बनाई जाती है।
  • कपड़ा उद्योग के वेस्ट को भी प्रोसेस कर पुनः उपयोग किया जाता है।
  • नालियां अधिकतर कवर्ड हैं, जिससे कचरा प्रवाह रुकता नहीं।
  • आरआरआर केंद्रों के माध्यम से उपयोग की गई वस्तुएं जरूरतमंदों तक पहुंचाई जाती हैं।

सभापति का निर्देश: सफाई पर रोज हो निगरानी

नगर निगम सभापति सूर्यकांत राठौर ने जोन 2 की समीक्षा बैठक में पार्षदों से अपील की कि वे प्रत्येक दिन सुबह वार्ड में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करें। साथ ही, बारिश में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था बनाए रखने, लंबित विकास कार्यों को शीघ्र पूरा कराने और ठेकेदारों की कार्यशैली पर सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए।

 

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