कोरबा में विवाहिता की संदिग्ध मौत: ससुराल में प्रताड़ना से तंग आकर खाया जहर, 2 दिन झोलाछाप से इलाज, अस्पताल में तोड़ा दम
कोरबा |छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दीपका थाना क्षेत्र में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने का गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि महिला ने प्रताड़ना से तंग आकर ज़हरीली दवा खाई थी, लेकिन उसे दो दिन तक अस्पताल नहीं ले जाकर गांव के एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराया गया, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई।
झोलाछाप इलाज बना मौत का कारण?
मृतका की पहचान वंदना (उम्र लगभग 30 वर्ष) के रूप में हुई है, जिसकी शादी वर्ष 2016 में ग्राम लारीपारा निवासी लक्ष्मीनारायण से हुई थी। दोनों के दो बच्चे भी हैं। परिजनों के अनुसार, शादी के शुरुआती वर्षों में सब कुछ ठीक था, लेकिन बाद में उसे घरेलू कार्यों को लेकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा।
1 अगस्त को वंदना ने ज़हर खा लिया। ससुराल पक्ष ने इसे छुपाते हुए उसे अस्पताल में भर्ती न कर, झोलाछाप डॉक्टर से इलाज शुरू किया। तीन दिन बाद गांव की एक महिला रिश्तेदार ने वंदना की मां को सूचना दी।
मां पहुंची तो बेटी ने बताई आपबीती
4 अगस्त को जब वंदना की मां गांव पहुंचीं, तब बेटी की हालत गंभीर हो चुकी थी। वंदना ने खुद बताया कि उसने प्रताड़ना से परेशान होकर ज़हर खाया है। इसके बाद उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
एमए पास थी मृतका, पहले भी मायके लौट चुकी थी
परिजनों के मुताबिक, वंदना एमए तक शिक्षित थी। उसका भाई दिलभरत आर्मो ने बताया कि वर्ष 2021 में भी प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके लौट आई थी। बाद में सामाजिक समझौते के तहत वह ससुराल लौट गई थी, लेकिन उत्पीड़न फिर शुरू हो गया।
पति ने किया आरोपों से इनकार
मृतका के पति लक्ष्मीनारायण ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि पत्नी ने ज़हर खाया था। उल्टी और दस्त होने पर उन्होंने गांव में ही इलाज कराया। उन्होंने ससुराल पक्ष पर लगे सभी आरोपों को नकार दिया है।
जांच जारी, परिजनों के बयान दर्ज
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि महिला के परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कर उसे परिजनों को सौंप दिया है।
सवाल जो उठते हैं
- प्रताड़ना और आत्महत्या के मामले में क्या ससुराल पक्ष पर IPC की धारा 498A और 306 के तहत कार्रवाई होगी?
- झोलाछाप डॉक्टर की भूमिका की भी जांच की जाएगी या नहीं?
- ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए न्याय और स्वास्थ्य सेवाओं की क्या स्थिति है?
यह घटना महिला सुरक्षा, घरेलू हिंसा और ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र की गंभीर कमजोरियों की ओर इशारा करती है।