महाकुंभ 2025: पीएम मोदी ने संगम में लगाई डुबकी, किया रुद्राक्ष जाप, देखें वीडियो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (5 फरवरी 2025) को प्रयागराज के पवित्र संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान वे भगवा वस्त्र पहने हुए थे और उनके गले एवं हाथ में रुद्राक्ष की मालाएं थीं। मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने संगम स्नान किया और स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। प्रधानमंत्री ने करीब पांच मिनट तक मंत्र जाप के साथ सूर्य पूजा की और मां गंगा का विधिवत पूजन कर दूध और चुनरी अर्पित की।
त्रिवेणी में डुबकी, संतों से मुलाकात
संगम नोज पर डुबकी लगाने के बाद पीएम मोदी हाथों में रुद्राक्ष की माला लिए जाप करते नजर आए। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने संगम तट पर साधु-संतों से भी मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।
सोशल मीडिया पर साझा की भावनाएं
संगम स्नान के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने लिखा,
“महाकुंभ में संगम स्नान और पूजा-अर्चना का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला। देशवासियों की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना की।”
— नरेंद्र मोदी (@narendramodi)
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। एनएसजी और एसपीजी कमांडो तैनात थे, जबकि बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड के जरिए निगरानी रखी गई। संगम क्षेत्र में एआई कैमरों से भीड़ की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी।
महाकुंभ में 38 करोड़ श्रद्धालुओं का स्नान
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 38 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। इस आयोजन में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भी शामिल हुईं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने आस्था की डुबकी लगाई।
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1 फरवरी को 77 देशों के राजनयिकों ने किया स्नान
महाकुंभ में 1 फरवरी को 77 देशों के 118 राजनयिकों और उनके परिवारों ने संगम में पवित्र स्नान किया। रूस, जापान, अमेरिका, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, इटली सहित कई देशों के राजदूतों ने इस आध्यात्मिक आयोजन में भाग लिया और इसकी व्यवस्थाओं की सराहना की।
मौनी अमावस्या पर भगदड़, 30 की मौत
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी, जिसमें 90 श्रद्धालु घायल हुए और 30 लोगों की मौत हुई। इस घटना पर विपक्ष ने सरकार से सही आंकड़े जारी करने की मांग की है।
2019 अर्धकुंभ की यादें
यह पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी महाकुंभ में शामिल हुए। 2019 के अर्धकुंभ में भी उन्होंने संगम स्नान किया था और सफाईकर्मियों के पैर धोकर उनका सम्मान किया था। इस बार भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।