नक्सलवाद छोड़ लौटे ‘अपने’! सरकार की नीति का दिखा असर, पांच नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक अहम खबर सामने आई है। यहां भाजपा सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर पांच सक्रिय नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। ये सभी जगरगुंडा और चिंतलनार क्षेत्र में लंबे समय से नक्सली गतिविधियों में लिप्त थे।
सरेंडर करने वाले इन नक्सलियों ने अब हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया है। जिला प्रशासन ने इनका स्वागत किया और सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि और पुनर्वास योजनाओं का लाभ भी दिया गया।
सरकार की नीति बनी बदलाव की वजह
जिला पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि यह आत्मसमर्पण राज्य सरकार की नई पुनर्वास नीति और विश्वास बहाली की रणनीति का नतीजा है।
इन नीतियों का उद्देश्य है — विकास, शिक्षा और रोजगार के ज़रिए नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ना।
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मुख्यधारा में लौटे नक्सली कौन हैं?
सरेंडर करने वाले सभी नक्सली पूर्व में
- ग्रामीण क्षेत्रों में भर्ती, लूट और हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे थे।
- सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हमलों में भी उनकी संलिप्तता रही है।
अब सरकार के सहयोग से इन्हें पुनर्वास कार्यक्रमों के तहत रोजगार, मकान, और सुरक्षा सहायता मिलेगी।