दिल दहला देने वाली वारदात: 14 साल के लड़के से 6 नाबालिग समेत 13 ने करे गैंगरेप , नग्न अवस्था में मिला शव
नई दिल्ली| राजधानी दिल्ली के समयपुर बदली इलाके से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां 14 साल के एक मासूम लड़के के साथ पहले सामूहिक दुष्कर्म किया गया, फिर चाकुओं से गोदकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। शव नहर के किनारे नग्न अवस्था में मिला। इस दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस ने अब तक 13 आरोपियों को चिन्हित किया है, जिनमें 6 नाबालिग हैं।
मामले की शुरुआत
1 जुलाई को पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि मुनक नहर के पास एक शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि लड़के का शव नग्न अवस्था में था और शरीर पर कई चाकुओं के निशान थे। प्रारंभ में यह केवल हत्या का मामला लग रहा था, लेकिन जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई तो पता चला कि पीड़ित के साथ कुकर्म भी किया गया था और शरीर पर कुल 24 बार चाकू मारे गए थे।
रंजिश बनी वजह
जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी कृष्णा उर्फ भोला (19) को शक था कि पीड़ित लड़के ने दिवाली के समय उसकी पिटाई करने वाले लड़कों को उसके बारे में बताया था। इसी रंजिश के चलते भोला ने अपने साथियों के साथ मिलकर बच्चे को अगवा किया और मुनक नहर के पास ले जाकर उसके साथ पहले गैंगरेप किया और फिर चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद कांवड़ यात्रा में छुपे आरोपी
हत्या को अंजाम देने के बाद कुछ आरोपी हरिद्वार भाग गए और वहां कांवड़ यात्रा में शामिल हो गए ताकि पुलिस को गुमराह कर सकें। लेकिन 18 जुलाई को पुलिस ने योजना बनाकर कांवड़ियों के भेष में मेरठ के एक शिविर से तीन आरोपियों को धर दबोचा, जिनमें एक मोनू और दो नाबालिग शामिल थे। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। वहीं तीन अन्य आरोपी अब भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
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न्याय की मांग
इस निर्मम हत्या और दरिंदगी ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ पोक्सो एक्ट और हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और जल्द ही बचे हुए आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर हमारे समाज में बच्चों के लिए कितनी सुरक्षा है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या पर्याप्त प्रयास हो रहे हैं?