13 दिन तक माना गया मरा हुआ, दिल्ली में जिंदा मिला युवक: गंगरेल डैम में मिली थी चप्पल और मोबाइल
धमतरी/कवर्धा। छत्तीसगढ़ के गंगरेल डैम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिस युवक को डैम में डूबा हुआ मान लिया गया था, वो 13 दिन बाद दिल्ली में जीवित पाया गया। कवर्धा निवासी हेमंत चंद्रवंशी (30) के लापता होने के बाद उसकी चप्पल और मोबाइल डैम किनारे लावारिस हालत में मिले थे, जिससे पुलिस और परिवार को यही लगा कि युवक की मौत हो चुकी है। इसके बाद पुलिस ने दो दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाया, रायपुर से एक्सपर्ट टीम भी बुलवाई गई, लेकिन अब खुलासा हुआ है कि युवक ने खुद ही गुमशुदगी की साजिश रची थी।
खुद रची ‘गायब होने’ की कहानी
पुलिस जांच में सामने आया कि हेमंत ने आर्थिक तंगी और घरेलू परेशानियों से तंग आकर यह पूरा ड्रामा रचा। पुलिस की तकनीकी जांच से जब उसका लोकेशन दिल्ली में मिला, तब हकीकत सामने आई। एएसपी मणीशंकर चंद्रा ने बताया कि परिजनों से पुष्टि हुई है कि हेमंत दिल्ली में है और सुरक्षित है। अब परिजनों को युवक के साथ धमतरी बुलाया गया है।
25 मई को हुआ था लापता
हेमंत 24 मई को अपने एक कर्मचारी के साथ गंगरेल डैम स्थित एक रिसॉर्ट में ठहरा था। अगले दिन सुबह वो अंगारमोती मंदिर के पीछे डैम के किनारे टहलने गया। उसने अपने कर्मचारी को ब्रश लाने भेजा, उसी दौरान वह अचानक गायब हो गया। जब कर्मचारी लौटा तो हेमंत वहां नहीं था। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला, जिस पर रुद्री पुलिस को सूचना दी गई।
पानी में डूबने की जताई गई थी आशंका
कर्मचारी ने आशंका जताई कि हेमंत डैम में नहाते समय डूब गया होगा। इसके बाद पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर अंडरवाटर कैमरे से घंटों तलाशी कराई, लेकिन सफलता नहीं मिली। मोबाइल और चप्पल लावारिस मिलने से यह आशंका और गहराई। इसके बाद पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जब लोकेशन ट्रेस किया, तो दिल्ली से युवक का सुराग मिला।
यह मामला दिखाता है कि सिर्फ सतही साक्ष्य पर किसी नतीजे पर पहुंचना सही नहीं होता। हेमंत की कहानी ने पुलिस और परिवार को गहरी चिंता में डाल दिया था, लेकिन अंतत: युवक के सुरक्षित मिलने से राहत मिली है।