CG SCHOOL NEW SYLLABUS: छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग ने स्कूली शिक्षा में व्यापक बदलाव करने की योजना बनाई है, जिसके तहत 2025 से कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए नया सिलेबस लागू किया जाएगा। इस नए पाठ्यक्रम में 33 नई किताबें शामिल की जाएंगी, जो विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा में बल्कि व्यक्तिगत और सामाजिक कौशल में भी बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करेंगी।

इस नई योजना के तहत छत्तीसगढ़ में कक्षा 1, 2, 3 और 6 की किताबों में बड़े बदलाव किए जाएंगे।
कक्षा 1 से 3: पहली से तीसरी कक्षा के लिए 4 से 6 नई किताबें तैयार की जा रही हैं। इन कक्षाओं में बच्चों को अधिक इंटरैक्टिव और आसान भाषा में पढ़ाया जाएगा, ताकि वे बुनियादी विषयों को बेहतर ढंग से समझ सकें।
कक्षा 6: छठी कक्षा के लिए 15 नई किताबें जोड़ी जाएंगी, जिनमें विस्तृत विषय सामग्री होगी। इनमें छात्रों को व्यावसायिक और जीवन कौशल के विषयों पर भी जानकारी दी जाएगी।
नए सिलेबस में स्थानीय बोलियों और भाषाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि छात्र अपनी मातृभाषा में अच्छी समझ और ज्ञान प्राप्त कर सकें। इसमें नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) के अनुसार गणित और विज्ञान में छोटे-छोटे बदलाव किए जाएंगे। सामाजिक विज्ञान और भाषा की किताबों में 20 से 30 प्रतिशत बदलाव किए जाएंगे ताकि राज्य के हिसाब से उन्हें अधिक उपयुक्त बनाया जा सके।
सिलेबस लागू करने की प्रक्रिया:
– पहले चरण में, कक्षा 1, 2, 3 और 6 की किताबों में बदलाव किए जाएंगे।
– इसके बाद, सत्र 2026-27 में अन्य कक्षाओं की किताबें भी अपडेट कर दी जाएंगी।
– आने वाले कुछ वर्षों में सभी कक्षाओं (कक्षा 1 से 12 तक) के छात्रों को नई शिक्षा नीति के अनुसार किताबें मिलेंगी, जिससे सभी छात्र नवीन शिक्षा नीति का पूरा लाभ उठा सकें।
बदलाव की प्रमुख विशेषताएँ:
नए सिलेबस की विशेषताएँ: छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग ने नए सिलेबस में 33 नई किताबें शामिल करने का निर्णय लिया है। इस नए पाठ्यक्रम में कला, योग, और व्यावसायिक विषयों को विशेष स्थान दिया गया है। इसका उद्देश्य छात्रों को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि उन्हें वास्तविक जीवन से जुड़े कौशल प्रदान करना है।
कला और योग का समावेश: छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए योग को सिलेबस में अनिवार्य विषय के रूप में शामिल किया गया है। इसी तरह, कला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कला और रचनात्मकता से संबंधित कई गतिविधियाँ भी जोड़ी गई हैं।
व्यावसायिक शिक्षा पर जोर: छत्तीसगढ़ सरकार ने नए सिलेबस में व्यावसायिक शिक्षा को भी जोड़ा है, ताकि छात्रों को 21वीं सदी के कौशलों से लैस किया जा सके। इसमें तकनीकी शिक्षा, कंप्यूटर कौशल, और उद्यमशीलता से जुड़े कोर्सेज शामिल किए गए हैं, जो उन्हें भविष्य में नौकरी के लिए अधिक सक्षम बनाएंगे।
नई सिलेबस की आवश्यकता: छत्तीसगढ़ में लंबे समय से शिक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए इस सिलेबस को तैयार किया गया है, ताकि छात्रों को एक समग्र शिक्षा दी जा सके।
सरकार का लक्ष्य: छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के हर छात्र को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त हो और वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।