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रोज खाते हैं दही? आयुर्वेद के इन नियमों को जानना है जरूरी, वरना हो सकता है सेहत को नुकसान

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रोज खाते हैं दही? आयुर्वेद के इन नियमों को जानना है जरूरी, वरना हो सकता है सेहत को नुकसान

Curd in Ayurveda:
दही भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है। कई लोग इसे रोज खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेद में दही के सेवन को लेकर कुछ खास नियम बताए गए हैं? गलत तरीके से दही खाना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं दही से जुड़े आयुर्वेदिक फायदे और सावधानियां


आयुर्वेद के अनुसार दही के फायदे

  • पाचन में मददगार:
    दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जिससे पाचन बेहतर होता है। यह कब्ज और पेट की सूजन जैसी समस्याओं से राहत देता है।
  • इम्यूनिटी मजबूत करता है:
    नियमित सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे शरीर बैक्टीरियल बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।
  • मेटाबॉलिज्म को करता है बेहतर:
    इसमें मौजूद लाभकारी एंजाइम्स मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं, जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
  • मानसिक स्वास्थ्य में सहायक:
    दही का सेवन तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं को कम करने में सहायक होता है। यह मन को शांत और सकारात्मक बनाए रखता है।

⚠️ गलत तरीके से दही खाने से हो सकता है नुकसान

1. रोज दही खाना नहीं है फायदेमंद:
आयुर्वेद के अनुसार दही भारी होता है और इसे रोज खाने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे सूजन या भारीपन।

2. गलत मौसम में न करें सेवन:
वसंत और शरद ऋतु में दही खाने से परहेज करना चाहिए। वर्षा और शीत ऋतु दही खाने के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं।

3. कब और कैसे खाएं दही?

  • दही खाने का सही समय सुबह या दोपहर है, खासकर दोपहर के भोजन के बाद।
  • रात में दही का सेवन करने से सर्दी, जुकाम और कफ बढ़ने की संभावना रहती है।

4. दही को पकाना नहीं चाहिए:
आयुर्वेद के अनुसार दही को गर्म करने से इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इसे कभी भी पका कर नहीं खाना चाहिए।

5. दही को किन चीजों के साथ खाना फायदेमंद है?
दही को गुड़, शक्कर, शहद, आंवला या घी के साथ खाने की सलाह दी जाती है। अकेले दही का सेवन पाचन में समस्या पैदा कर सकता है।

6. गर्मियों में कैसे खाएं दही?
गर्मियों में दही की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे पानी मिलाकर या छाछ बनाकर पीना बेहतर होता है। इससे शरीर में ठंडक बनी रहती है।

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दही पोषक तत्वों से भरपूर जरूर है, लेकिन अगर इसे आयुर्वेद के नियमों के अनुसार न खाया जाए, तो यह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। दही को सही समय, सही मौसम और सही तरीके से खाना ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।


डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी डाइट या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

 

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