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ननों की गिरफ्तारी पर कोर्ट का बड़ा फैसला: दुर्ग कोर्ट ने सुनवाई से किया इंकार, कहा – “अब ऐसे केस के लिए बने हैं स्पेशल कोर्ट!”

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ननों की गिरफ्तारी पर कोर्ट का बड़ा फैसला: दुर्ग कोर्ट ने सुनवाई से किया इंकार, कहा – “अब ऐसे केस के लिए बने हैं स्पेशल कोर्ट!”

दुर्ग। देशभर में बवाल मचा देने वाले कैथोलिक ननों की गिरफ्तारी मामले में आज दुर्ग कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। मानव तस्करी और जबरन धर्मांतरण के आरोपों में गिरफ्तार की गईं नन प्रीति मैरी, वंदना फ्रांसिस और सुखमन मंडावी की जमानत याचिका पर कोर्ट ने सुनवाई करने से ही मना कर दिया है।

कोर्ट का कहना है कि नए कानूनों के तहत ऐसे मामलों की सुनवाई अब विशेष न्यायालय (Special Court) में ही होगी। यानी सामान्य अदालतों को अब इस तरह के संवेदनशील और गंभीर मामलों से दूर रखा गया है।

नन की पैरवी कर रहे वकील बोले – “कानून की व्याख्या स्पष्ट करें”

ननों की ओर से केस लड़ रहे अधिवक्ता राजकुमार तिवारी ने कहा कि पहले यही मामला प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट कोर्ट में खारिज हो चुका है। अब जब दुर्ग कोर्ट ने सुनवाई से मना किया, तो हमने निवेदन किया कि नए कानूनों की स्थिति स्पष्ट की जाए। कोर्ट ने कहा – “यह अधिकार अब बिलासपुर की विशेष अदालत को है।”

कोर्ट के बाहर भिड़ गए दो समुदाय! बजरंग दल बनाम क्रिश्चियन संगठनों का आमना-सामना

दुर्ग कोर्ट परिसर में सुबह से ही सांप्रदायिक तनाव की स्थिति देखने को मिली। एक तरफ विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता थे, तो दूसरी तरफ ईसाई समुदाय के लोग जुटे हुए थे। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी। हालांकि कोर्ट के फैसले के बाद सभी शांतिपूर्वक लौट गए।

क्या है पूरा मामला? जानिए क्यों बवाल मच गया पूरे देश में

आरोप है कि दो आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के इरादे से आगरा ले जाया जा रहा था। आगरा रेलवे स्टेशन पर हंगामा हुआ और पुलिस ने मौके पर ही तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।

शिकायत बजरंग दल के रवि निगम ने दर्ज कराई थी। वहीं, पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या कार्रवाई निष्पक्ष है या किसी दबाव में की गई है?

वृंदा करात का आरोप – “पुलिस के सामने लड़कियों को पीटा गया!”

राज्यसभा की पूर्व सांसद वृंदा करात ने ननों से मिलने की कोशिश की। उन्हें पहले रोका गया, फिर जब मिलने दी गई तो उन्होंने बड़ा खुलासा किया –

“एक लड़की रो रही थी, कह रही थी कि जबरन लाया गया है… पुलिस के सामने उसकी पिटाई हुई।”

वहीं भाजपा सांसद विजय बघेल का कहना है कि “यह एक सुनियोजित धर्मांतरण प्रयास था। नन भले ही सेवा का दावा करें, लेकिन असल में ये एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं।”

विपक्ष बनाम सरकार: राहुल गांधी बोले – “ईसाई समुदाय को टारगेट कर रही सरकार”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और भूपेश बघेल ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया और छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वो धार्मिक अल्पसंख्यकों को टारगेट कर रही है।

कानूनी जंग अभी बाकी है – केस जाएगा बिलासपुर की स्पेशल कोर्ट

अब यह मामला बिलासपुर स्थित विशेष अदालत में स्थानांतरित होगा, जहां यह तय होगा कि ननों पर लगे आरोपों में कितना दम है।

 

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