- कोलम्बिया इंस्टीट्यूट में महारानी अहिल्याबाई को नमन
रायपुर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पुण्य श्लोक महारानी अहिल्याबाई होल्कर जी की त्रि-शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में कोलम्बिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रायपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. वर्णिका शर्मा जी ने विद्यार्थियों को माँ अहिल्याबाई होल्कर जी के संघर्षपूर्ण जीवन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि एक छोटे से गाँव में गरीब किसान के घर जन्मी अहिल्याबाई ने न केवल खुद शिक्षा प्राप्त की, बल्कि अपने क्षेत्र की अन्य बेटियों को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही, उन्होंने उन्हें शस्त्र और शास्त्र दोनों की शिक्षा दिलाई।
अहिल्याबाई ने अपने जीवनकाल में 100 से अधिक नए और पुराने मंदिरों का निर्माण और जीर्णोद्धार कराया, साथ ही वहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्रम और कुओं की भी व्यवस्था की। उन्होंने अपने कर्तव्यनिष्ठ और न्यायप्रिय स्वभाव से समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत किया। वे शस्त्र और शास्त्र दोनों में पारंगत थीं और महिला सशक्तिकरण की पहली परिभाषा के रूप में जानी जाती हैं। मुगल काल में भी उनके द्वारा किए गए कार्यों की परिकल्पना नहीं की जा सकती थी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित योगेश साहू जी ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई का प्रबंधन आज की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है, और उनके कार्यों से साबित होता है कि महिलाएं भी राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। इस अवसर पर प्रिंसिपल डॉ. एस.के. मौलिक, प्रांत के आयुष दीवान, महानगर मंत्री प्रथम राव फूटाने, पंकज ठाकुर आदि गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।