छत्तीसगढ़ की आज, 2 दिसंबर 2024 की शीर्ष 5 खबरें:
1. नशे में प्रधान पाठक ने शिक्षिका को बंदूक दिखाकर धमकाया, निलंबित
घटना की विस्तृत जानकारी:
- घटना का विवरण:
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक प्रधान पाठक ने नशे की हालत में एक शिक्षिका को बंदूक दिखाकर धमकाने की कोशिश की। - सोशल मीडिया पर वीडियो:
शिक्षिका ने इस घटना का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसके बाद वीडियो वायरल हो गया। - कार्रवाई:
इस घटना की गंभीरता को समझते हुए शिक्षा विभाग ने प्रधान पाठक को तत्काल निलंबित कर दिया।
2. स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में एंबुलेंस सेवा की कमी, घायल महिला को खाट पर अस्पताल पहुंचाना पड़ा
घटना की परिस्थितियाँ:
- घायल महिला:
महिला का पैर बैलों की लड़ाई के दौरान टूट गया था। - एंबुलेंस सेवा की कमी:
परिजनों को एंबुलेंस सेवा से कोई मदद नहीं मिली, क्योंकि एंबुलेंस उपलब्ध नहीं थी। - परिवार का कदम:
मजबूरन परिजनों ने महिला को खाट पर लिटाकर पिकअप वाहन से अस्पताल भेजा। - विपक्ष की प्रतिक्रिया:
विपक्षी नेताओं ने इस घटना को लेकर स्वास्थ्य सेवाओं की विफलता पर सवाल उठाए।
3. छत्तीसगढ़ में अब तक 20.54 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी, किसानों को मिला 4285.74 करोड़ का भुगतान
धान खरीदी अभियान की स्थिति:
- अब तक की खरीदी:
राज्य में अब तक 20.54 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी जा चुकी है। - किसानों को भुगतान:
4.36 लाख किसानों को 4285.74 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। - भविष्य का लक्ष्य:
इस वर्ष का लक्ष्य 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का रखा गया है, जो 31 जनवरी 2025 तक पूरा किया जाएगा। - विभागीय कार्यवाही:
किसानों के खातों के माध्यम से पारदर्शी तरीके से भुगतान किया जा रहा है।
4. अगले चार दिन तक बारिश और ठंड का कहर, कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम का मिजाज:
- वातावरण में बदलाव:
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और चक्रवात “फेंगल” के कारण मौसम में तेजी से बदलाव हुआ है। - चेतावनी:
राजधानी रायपुर सहित अन्य जिलों में भारी बारिश और ठंड की संभावना जताई गई है। - सतर्कता सलाह:
मौसम विभाग ने चार दिनों तक नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
5. छत्तीसगढ़ में मेयर और नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव होगा डायरेक्ट, नगर पंचायत में भी अध्यक्ष जनता चुनेगी
चुनाव प्रक्रिया में बदलाव:
- नए निर्णय का उद्देश्य:
अब से मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाएगा। - पूर्व व्यवस्था:
पहले यह चुनाव निर्वाचित पार्षदों द्वारा होते थे। - लोकतांत्रिक सशक्तिकरण:
यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। - पारदर्शिता में सुधार:
इस निर्णय से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और विकास कार्यों में तेजी आएगी।