छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा: रायपुर-बिलासपुर बने COVID हॉटस्पॉट, 10 जिलों में फैला संक्रमण
रायपुर/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। राजधानी रायपुर और बिलासपुर संक्रमण के हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं। राज्य में बीते दो दिनों के भीतर 22 नए कोरोना केस सामने आए हैं, जिनमें 75% मामले सिर्फ रायपुर और बिलासपुर से हैं। अब तक 10 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सतर्क हो गया है।
ताज़ा आंकड़े: संक्रमितों की संख्या 139 पहुंची
राज्य में अब तक कुल 139 कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है:
- रायपुर: 67 केस
- बिलासपुर: 36 केस
- अन्य जिलों से: 36 केस
इनमें 56 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 41 मरीज होम आइसोलेशन में और 15 अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं, 82 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
रिकवरी रेट और संक्रमण की रफ्तार
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में फिलहाल:
- दैनिक संक्रमण दर: 23.1%
- रिकवरी रेट: 56.41%
हालांकि रिकवरी रेट संतोषजनक बताई जा रही है, लेकिन हाल ही में राजनांदगांव के एक मरीज की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट मोड पर काम शुरू कर दिया है।
विशेषज्ञों की चेतावनी: 10 दिन में 190 तक पहुंच सकते हैं केस
विशेषज्ञों का अनुमान है कि मौजूदा रफ्तार बरकरार रही तो आने वाले 10 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या 190 पार जा सकती है। इनमें से 14 मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है, जबकि शेष मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करवा सकेंगे।
JN.1 वैरिएंट से पहली मौत ने बढ़ाई चिंता
राजनांदगांव निवासी एक मरीज की रायपुर के निजी अस्पताल में डायलिसिस के दौरान मौत हो गई। जांच में पुष्टि हुई कि वह कोरोना के JN.1 वैरिएंट से संक्रमित था। यह घटना राज्य में इस वैरिएंट से पहली मौत मानी जा रही है।
प्रशासन सतर्क, सभी जिलों में तैयारी तेज
संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए:
- सभी सरकारी अस्पतालों में स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- सैंपल कलेक्शन से लेकर ICU प्रबंधन तक के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
- रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा, बालोद, महासमुंद, बेमेतरा समेत 10 जिलों में सक्रिय केस हैं।
इन लोगों को ज्यादा सावधानी की जरूरत
चिकित्सकों के अनुसार, नया वैरिएंट विशेष रूप से उन लोगों के लिए खतरा है:
- डायबिटीज, हृदय रोग से पीड़ित
- बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले
- चेन स्मोकर और गंभीर मरीज
ऐसे लोगों को मास्क पहनने, भीड़ से बचने और समय पर जांच कराने की सलाह दी गई है।