Smart meter. छत्तीसगढ़ में हाल ही में लागू की गई स्मार्ट मीटर योजना के कारण स्पॉट बिलिंग और मीटर रीडिंग के ठेका कर्मचारियों को नौकरी जाने का डर सता रहा है। इसी चिंता में इन कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है।
हड़ताल का कारण: स्मार्ट मीटर और बिजली सखी योजना
बिलासपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में ठेका मीटर रीडर कर्मचारियों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। लगभग 200 कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं, जबकि राज्य के अन्य जिलों में भी हजारों ठेका कर्मचारी नौकरी की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। स्मार्ट मीटर योजना के अंतर्गत सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे मीटर रीडिंग का काम डिजिटल हो जाएगा और ठेका कर्मचारियों की भूमिका सीमित हो सकती है। इसके साथ ही, “बिजली सखी योजना” के तहत स्व-सहायता समूह की महिलाओं को भी इस कार्य में शामिल किया जा रहा है, जिससे ठेका कर्मचारियों को अपनी नौकरियों पर खतरे का आभास हो रहा है।
सांकेतिक हड़ताल से समाधान नहीं, अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी
प्रबंधन का ध्यान आकर्षित करने के लिए 1 से 5 नवंबर तक ठेका कर्मचारियों ने सांकेतिक हड़ताल की थी, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। हड़ताल से पूरे प्रदेश में मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग का काम ठप हो गया है, जिससे उपभोक्ताओं को इस महीने बिजली का बिल नहीं मिल पाएगा। हड़ताल की वजह से छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी को बड़े वित्तीय नुकसान की संभावना है।
प्रमुख मांग: संविदा विद्युत सहायक का दर्जा
ठेका कर्मचारियों की प्रमुख मांग है कि उन्हें मध्यप्रदेश की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी “संविदा विद्युत सहायक” के रूप में नियुक्त किया जाए। मध्यप्रदेश में इस पद के तहत ठेका कर्मचारियों को स्थिर रोजगार मिला है, और छत्तीसगढ़ के ठेका कर्मचारी भी इसी तरह की नौकरी स्थिरता की मांग कर रहे हैं।
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इस हड़ताल के चलते राज्यभर में बिजली बिलिंग और मीटर रीडिंग का कार्य बंद है, और ठेका कर्मचारी अपनी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने के लिए तैयार हैं।