रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ पुलिस ने 8 करोड़ की ठगी करने वाले आरोपी विनीत कुमार पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड नामक फ्रॉड कंपनी के जोनल मैनेजर के रूप में कार्यरत था और लोगों से कंपनी में पैसे निवेश करवाकर उन्हें मोटी रकम डबल करने का झांसा देता था। इस ठगी के बाद कंपनी अपना दफ्तर बंद कर फरार हो गई थी।
मामला तब सामने आया जब 4 सितंबर 2024 को मैनपाट के निवासी देवराज यादव ने गांधीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि नमनाकला में संचालित इस कंपनी के संचालक और अन्य अधिकारियों ने निवेशकों से पैसे दोगुना करने का वादा कर करोड़ों की रकम जमा करवाई और फिर कंपनी का दफ्तर बंद कर फरार हो गए।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और बंगाल में भी सक्रिय थी, लेकिन रिजर्व बैंक ने कंपनी को वित्तीय लेनदेन की अनुमति नहीं दी थी। इस कंपनी ने चैन सिस्टम का इस्तेमाल कर योजनाबद्ध तरीके से निवेशकों से ठगी की। जांच में यह भी पता चला कि कंपनी ने 8 करोड़ से अधिक की ठगी की थी।
गिरफ्तार आरोपी विनीत कुमार पाण्डेय को अम्बिकापुर में एक सेमिनार के दौरान धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करते हुए उसे इनामी चीट व धन परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम 1978 की धारा 4, 5, 6 और निवेशकों के हित संरक्षण नियम 2005 की धारा 10 के तहत हिरासत में लेकर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।