मनेंद्रगढ़. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा से गैंगरेप करने वाले स्कूल के प्रिंसिपल,शिक्षक और रेंजर सहित सभी चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग ने भी आरोपियों पर कड़ा एक्शन लेते हुए निलंबन की कार्रवाई की है। डीपीआई ने मंगलवार की देर शाम ही घटना की रिपोर्ट मंगवाने के बाद स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल, व्याख्याता और शिक्षक को निलंबित कर दिया। वहीं पीसीसीएफ ने इस घटना में शामिल रेंजर को सस्पेंड कर दिया है।
गौरतलब है कि मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में 11वीं की छात्रा के साथ हैवानियत का मामला सामने आया था। पीड़ित छात्रा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि उसके साथ स्कूल के शिक्षक, प्रिंसिपल और व्याख्याता के साथ ही रेंजर ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वह मनेंद्रगढ़ में किराये के मकान में रहकर 11वीं क्लास की पढ़ाई कर रही थी। 15 नवंबर की दोपहर वह गांव के एक दुकान में फोटो कॉपी कराने पहुंची। जहां स्कूल के हेडमास्टर रावेन्द्र कुशवाहा की नीयत छात्रा पर बिगड़ गयी। इसके बाद 15 नवंबर 2024 को दोपहर 12 बजे दोबारा छात्रा से हेडमास्टर रावेन्द्र की मुलाकात हुई।
इस बार हेडमास्टर ने परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने की बात कहते हुए छात्रा को झांसे मंे लेने की कोशिश की गयी। छात्रा को लगा कि टीचर गाइड करेंगे, तो अच्छे नंबरों से पास हो जाएगी। शिक्षक रावेन्द्र ने उसे परीक्षा के बारे में बातचीत करने अपने साथ चलने को कहा। हेड मास्टर के झांसे में आकर छात्रा उसके साथ चली गयी। पीड़िता की माने तो रावेंद्र ने छात्रा को लेक्चरर कुशल सिंह परिहार के जनकपुर स्थित मकान पर लेकर पहुंचा। घटना के वक्त कुशल की पत्नी घर पर नहीं थी। वहां उसके दोस्त देवगढ़ हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल अशोक कुशवाहा पहले से मौजूद थे।
परीक्षा में अच्छे नंबर के बहाने छात्रा को घर ले गए टीचर
दरअसल, यह घटना एमसीबी जिले के जनकपुर थाना इलाके का है। जिसे दरिदों ने 15 नंबवर को अंजाम दिया था। बताया जाता है कि नाबलिग लड़की पास की दुकान पर फोटो कॉपी कराने के लिए पहुंची थी। जहां उसे स्कूल के हेडमास्टर रावेन्द्र कुशवाहा (48) मिले, वह उसे पढ़ाई करवाने के बहाने अपने साथ ले गए…कहा वह उसे अच्छे से गाइड करेंगे, जिससे उसके परीक्षा में अच्छे नंबर आएंगे। आरोपी उसे अपनी कार में बैठाकर लेक्चरर कुशल सिंह परिहार (50) के घर ले गए और फिर देवगढ़ हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल अशोक कुशवाहा (55) को बुला लिया। कुछ देर बाद डिप्टी रेंजर भी आ गया। चारों ने मासूम के साथ बारी-बारी हैवानियत की।
छात्रा का एक सप्ताह बाद दूसरी बार दरिंदों ने किया गैंगरेप
बता दें कि गैंगरेप करते वक्त आरोपियों ने एक वीडियो भी बनाया था। जिसे वायरल करने की धमकी देकर चारों ने 22 नवंबर की शाम फिर गैंगरेप किया। बताया जाता है कि पीड़िता इस दौरान पास की दुकान में सामान लेने जा रही थी, तब कुशल सिंह परिहार उसे रास्ते में मिल गया और उसे धमकी देकर अपनी बाइक पर बैठाया और डिप्टी रेंजर बनवारी सिंह के घर ले गया, जहां ब्लैकमेल करके उसका दोबारा छात्रा से गैंगरेप किया।
एसपी-टीआई ने लिया एक्शन और विभाग ने किया निलंबित
दो बार गैंगरेप के बाद छात्रा काफी डरी-सहमी थी, कुछ दिन तो उसने किसी से कोई बात नहीं की और गुमसुम रहने लगी। फिर अपनी मां को जब पूरी आप-बीती बताई उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। इसके बाद पीड़िता अपनी मां के साथ 26 नवंबर को जनकपुर थाने पहुंची और चारों के खिलाफ दुष्कर्म मामला दर्ज कराया। मामले पर जिले के एसपी चंद्रमोहन सिंह ने तत्काल संज्ञान लिया और थाना अधिकारी को आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए। इसेक बाद जनकपुर थाना प्रभारी दीपेश सैनी ने मामले को गंभीरता से लिया और आनन-फानन में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं घटना की जानकारी लेते हुए विभाग ने चारों को नौकरी से निलंबित कर दिया है।