छत्तीसगढ़: प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या, एसडीएम पर हमला (Chhattisgarh: Head constable’s wife and daughter brutally murdered, SDM attacked)
_सूरजपुर जिले में दिल दहला देने वाली घटना, आरोपी की तलाश में पुलिस छापेमारी_
घटना का विवरण
13 अक्टूबर 2024 को छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक हृदयविदारक घटना घटी। प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपी कुलदीप साहू ने पहले आरक्षक घनश्याम सोनवानी पर गर्म तेल से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गए। इसके बाद, कुलदीप ने तालिब के घर जाकर उनकी पत्नी और बेटी को बेरहमी से मार दिया और उनके शवों को करीब 5 किलोमीटर दूर सड़क किनारे फेंक दिया।
आरोपी की नाराजगी
पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि कुलदीप साहू पुलिस की पूर्व कार्रवाइयों से नाराज था। कुलदीप का भाई संदीप कुछ समय पहले गिरफ्तार किया गया था और उसके चाचा को भी जिला बदर किया गया था। पुलिस को शक है कि इसी नाराजगी के चलते कुलदीप ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जनता का गुस्सा
इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। आरोपी की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस की टीमें सक्रिय रूप से उसकी तलाश कर रही हैं। इस दौरान घटना से गुस्साई भीड़ ने आरोपी के घर पर हमला कर उसे आग के हवाले कर दिया। इसी बीच, जब स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए एसडीएम जगन्नाथ वर्मा मौके पर पहुंचे, तब भीड़ ने उन पर भी हमला कर दिया। इस हिंसक घटना ने प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है।
सुरक्षा इंतजाम और प्रशासन की प्रतिक्रिया
एसडीएम पर हुए हमले के बाद जिला प्रशासन ने क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, पुलिस ने जांच तेज कर दी है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, और प्रशासन अब इस मामले में कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार है।
समाज में गुस्सा और न्याय की मांग
इस घटना के बाद क्षेत्र में लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। पुलिस और प्रशासन पर आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाने का दबाव है। तालिब शेख के परिवार को न्याय दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए हैं और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि प्रशासन और पुलिस के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन गई है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस चुनौती का कैसे सामना करता है और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाता है।