गर्भनिरोधक गोलियां और Heart Attack: गर्भनिरोधक गोलियां बढ़ा सकती हैं दिल का दौरे का खतरा? जानिए विशेषज्ञों की राय
मुंबई की एक 27 वर्षीय महिला को हाल ही में दिल का दौरा पड़ा, जिसने डॉक्टरों और आम लोगों को चौंका दिया। जांच में सामने आया कि वह महिला पिछले सात वर्षों से PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम) के इलाज के लिए लगातार गर्भनिरोधक गोलियां ले रही थी।
PCOS एक हार्मोनल समस्या है जिसमें पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं और अंडाशय में सिस्ट बन जाते हैं। इसके इलाज में अक्सर हार्मोनल कंट्रासेप्टिव पिल्स दी जाती हैं ताकि पीरियड्स नियमित रहें और हार्मोन संतुलित हों। हालांकि, लंबे समय तक इन गोलियों के इस्तेमाल से शरीर में खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है, जो आगे चलकर हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं।
कैसे असर डालती हैं ये गोलियां?
1. खून के थक्के बनना:
गर्भनिरोधक गोलियों में मौजूद सिंथेटिक एस्ट्रोजन खून को गाढ़ा कर देता है, जिससे ब्लड क्लॉट बनने की संभावना बढ़ जाती है। जब ये थक्के दिल तक जाने वाली धमनियों को ब्लॉक कर देते हैं, तब हार्ट अटैक हो सकता है।
2. ब्लड प्रेशर में वृद्धि:
कुछ महिलाओं में इन गोलियों के चलते ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जो दिल की बीमारियों की बड़ी वजह है।
3. कोलेस्ट्रॉल में बदलाव:
ये पिल्स खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को बढ़ा सकती हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को घटा सकती हैं, जिससे दिल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
खून के थक्कों से जुड़े जोखिम
गर्भनिरोधक गोलियों से बनने वाले खून के थक्के शरीर के विभिन्न हिस्सों में गंभीर परिणाम दे सकते हैं:
- पैरों या पेल्विस की नसों में थक्का: सूजन और दर्द का कारण बनता है।
- फेफड़ों में थक्का (पल्मोनरी एम्बोलिज्म): सांस की गंभीर समस्या और जान का खतरा पैदा हो सकता है।
- दिमाग में थक्का: ब्रेन स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है।
किन महिलाओं में खतरा अधिक?
- 35 साल से ऊपर की महिलाएं
- जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं
- जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, या खून से जुड़ी अन्य बीमारियां हैं
क्या है सुरक्षित उपाय?
- कार्डियोलॉजिस्ट से परामर्श लें: गर्भनिरोधक गोलियां लेने से पहले दिल की सेहत की जांच कराएं।
- संकेतों पर ध्यान दें: पैरों में सूजन या सांस लेने में तकलीफ जैसी कोई भी असामान्य समस्या नजर आए तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
- विकल्प अपनाएं: कुछ महिलाओं के लिए प्रोजेस्टिन-ओनली पिल्स बेहतर हो सकती हैं, जिनसे दिल पर कम प्रभाव पड़ता है।
गर्भनिरोधक गोलियां पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं, खासकर तब जब उनका लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाए और दिल की सेहत को नजरअंदाज किया जाए। इनका उपयोग किसी डॉक्टर की निगरानी में ही करें और समय-समय पर हार्ट हेल्थ की जांच जरूर करवाएं। आपकी सतर्कता ही आपकी सुरक्षा है।