11 साल बाद पिता आसाराम से मिलेंगे नारायण साईं, हाईकोर्ट ने दी पांच दिन की अंतरिम जमानत
जोधपुर। नाबालिग से दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साईं के बीच 11 साल बाद मुलाकात होने जा रही है। गुजरात हाई कोर्ट ने नारायण साईं को पांच दिन की अंतरिम जमानत दी है ताकि वह जोधपुर में अपने पिता से मिल सकें। यह मुलाकात बेहद गोपनीय ढंग से होगी और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
आसाराम हाल ही में पुणे के एक आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज के बाद जोधपुर लौटे हैं। मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया है कि उन्हें प्रोस्टेट की समस्या है और उनके दिल की दो धमनियों में 90 फीसदी ब्लॉकेज पाया गया है। इसी आधार पर गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत 30 जून 2025 तक बढ़ा दी है। फिलहाल वे आयुर्वेदिक और नेचुरोपैथी उपचार ले रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, आसाराम को अपने अनुयायियों से मिलने की अनुमति नहीं है। इसलिए उनके जोधपुर आगमन पर प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की है।
नारायण साईं, जो सूरत की लाजपोर जेल में बलात्कार के मामले में सजा काट रहे हैं, को कोर्ट ने स्पष्ट निर्देशों के साथ जमानत दी है। उन्हें पुलिस सुरक्षा में हवाई मार्ग से यात्रा करनी होगी और इस यात्रा का सारा खर्च स्वयं उठाना होगा।
कोर्ट की शर्तें
- मुलाकात केवल पिता-पुत्र के बीच होगी, कोई तीसरा व्यक्ति उपस्थित नहीं रहेगा।
- मुलाकात की तारीख और समय को गोपनीय रखा गया है ताकि किसी तरह की भीड़ या कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो।
प्रशासन अलर्ट
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि दोनों के अनुयायियों की भीड़ जुटने से कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है। ऐसे में जोधपुर में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। प्रशासन ने किसी भी संभावित स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है।
यह बहुप्रतीक्षित मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब दोनों पिता-पुत्र गंभीर कानूनी मामलों में सजा काट रहे हैं और सार्वजनिक रूप से एक दशक से अधिक समय बाद आमने-सामने होंगे।