बिलकुल फिल्मी स्टाइल में मर्डर: MLA के भाई को दोस्त ने ही मार डाला, वजह हैरान कर देगी
रायगढ़, छत्तीसगढ़। ग्राम सचिव जयपाल सिंह सिदार की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। कांग्रेस के पूर्व विधायक चक्रधर सिदार के भाई और ग्राम सचिव जयपाल सिंह की हत्या सुपारी देकर कराई गई थी। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हत्या की साजिश जेल से रची गई थी।
हत्या का मास्टरमाइंड निकला पीएम आवास मित्र शुभम गुप्ता, जिसे हत्या के लिए 1 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। यह सुपारी शिव साहू नाम के उम्रकैद कैदी ने दी थी, जिसका मृतक जयपाल की पत्नी से अवैध संबंध था।
घटना का पूरा क्रम: कैसे हुई साजिश से हत्या तक की कहानी
7 जुलाई की सुबह ग्राम सचिव जयपाल सिंह अपने बेटे को स्कूल छोड़ने गया। उसी दौरान शुभम गुप्ता ने उसे फोन कर काम के बहाने मिलने बुलाया। शुभम अपने दो कॉलेज दोस्त कमलेश यादव और मदन गोपाल के साथ आया। तीनों जयपाल के साथ ही उसकी कार में निकले और रास्ते में चलती गाड़ी में गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
शव को सिसरिंगा घाटी के जंगल में फेंक दिया गया और मोबाइल, नंबर प्लेट, सबूत मिटा दिए गए। आरोपियों ने कुछ दिन तक जयपाल की कार का भी इस्तेमाल किया और फिर उसे लावारिस हालत में छोड़ दिया।
कैसे हुआ राजफाश?
जयपाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने फोन कॉल डिटेल खंगाली और घटनाक्रम की कड़ियाँ जोड़ीं। शुभम पर शक होने पर जब उसे हिरासत में लिया गया, तो उसने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि,
“हमें नहीं पता था कि वो विधायक का भाई है। अगर पता होता तो नहीं मारते। मना किया तो कहा- नहीं मारे तो वो हमें जिंदा नहीं छोड़ेगा।”
जेल से रची गई साजिश, अफेयर था वजह
जेल में बंद शिव साहू को जयपाल का उसकी पत्नी से संबंधों में दखल देना पसंद नहीं था। पैरोल पर बाहर आने के बाद उसने शुभम से 1 लाख में सुपारी तय की। हत्या के बदले 10,000 एडवांस भी दिया।
पुलिस के लिए 23 दिन बाद मिला शव
23 दिन बाद सिसरिंगा घाटी में जयपाल की सड़ी-गली लाश मिली। साथ ही पास ही एक लावारिस कार भी मिली। इसके बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को पकड़ा और हत्या की साजिश से लेकर सबूत मिटाने तक का पूरा पर्दाफाश किया।
आरोपी गिरफ्तार:
- शुभम गुप्ता (PM आवास मित्र)
- कमलेश यादव (कॉलेज स्टूडेंट)
- मदन गोपाल (कॉलेज स्टूडेंट)
- मास्टरमाइंड शिव साहू (पहले से जेल में बंद)
मामले की आगे की जांच जारी है।