भिंड बिस्कुट फैक्ट्री में भीषण आग: 100 करोड़ का नुकसान, एक कर्मचारी की मौत
मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मालनपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित विक्रम आर्य फूड फैक्ट्री में भीषण आग लग गई, जिससे फैक्ट्री पूरी तरह जलकर खाक हो गई। 13 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका। इस अग्निकांड में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है, जबकि हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गई।
दमकल की 12 गाड़ियां और 200 राउंड पानी भी नहीं बुझा सका आग
आग बुझाने के लिए 12 दमकल टैंकरों को बुलाया गया, जिन्होंने 200 राउंड पानी डालकर आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश की। लेकिन आग इतनी भयावह थी कि उसे पूरी तरह से बुझाने में मुश्किलें आ रही थीं। फैक्ट्री के डायरेक्टर विशाल मांगलिक अपनी मेहनत को जलता देख फूट-फूटकर रो पड़े, वहीं कर्मचारियों में भी मातम का माहौल है।
एक कर्मचारी की मौत, मालिक का रो-रोकर बुरा हाल
इस हादसे में प्रमोद रायकवार नामक कर्मचारी की मौत हो गई, जिसका शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। आग लगने के कारणों का अभी तक पूरी तरह से पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में लापरवाही को कारण माना जा रहा है।
लापरवाही बनी आग की वजह, नहीं थे सुरक्षा उपकरण
फायर सेफ्टी ऑफिसर नरेंद्र चतुर्वेदी के अनुसार, इस हादसे की वजह फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र की कई फैक्ट्रियों में अग्नि सुरक्षा उपायों का पालन नहीं किया जाता। यदि फैक्ट्री में फायर सेफ्टी उपकरण लगे होते, तो इतनी भीषण आगजनी को रोका जा सकता था।
500 कर्मचारी बेरोजगार, फैक्ट्री दोबारा शुरू होने की संभावना कम
इस हादसे से न केवल फैक्ट्री मालिक को 100 करोड़ का नुकसान हुआ, बल्कि 500 से अधिक कर्मचारी बेरोजगार हो गए। फैक्ट्री को हुए भारी नुकसान के कारण इसके फिर से संचालित होने की संभावना बेहद कम नजर आ रही है।
ऐसे लगी आग
सुबह अचानक आग भड़क उठी, जिसने तेजी से पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। जैसे ही आग की सूचना मिली, तुरंत दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और लगातार 13 घंटे तक आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि पूरी फैक्ट्री जलकर राख हो गई।
जांच के आदेश, सुरक्षा उपायों पर जोर
प्रशासन ने आग के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। फायर सेफ्टी विभाग अब यह सुनिश्चित करने पर जोर दे रहा है कि औद्योगिक क्षेत्र की सभी फैक्ट्रियों में अग्नि सुरक्षा के उपाय किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।