कोरबा: बेटी की संदिग्ध मौत पर परिजनों का आक्रोश, शव रखकर सड़क जाम, दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप
कोरबा। मध्यप्रदेश के सिंगरौली में कोरबा की एक बेटी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने मृतका के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए मध्यप्रदेश पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। न्याय की मांग को लेकर परिजनों ने कोरबा जिले के हरदीबाजार क्षेत्र के आमगांव चौक पर शव को रखकर सड़क जाम कर दिया।
क्या है मामला:
- मृतका पुष्पांजलि अपने माता-पिता के निधन के बाद मां के साथ कोरबा में रहती थी।
- पिता उमेद दास सिंगरौली में कार्यरत थे और उनकी मृत्यु के बाद मां को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी।
- घटना के समय मां ड्यूटी पर थीं, जबकि पुष्पांजलि की बड़ी बहन पढ़ाई के सिलसिले में भोपाल से सिंगरौली आई हुई थी।
- 3 दिन बाद जब वह वापस लौटी, तो उसे घर पर पुष्पांजलि की नग्न लाश मिली, जिसमें गुप्तांगों पर चोट के निशान पाए गए।
परिजनों के आरोप:
- मोरवा थाना में हत्या की FIR तो दर्ज की गई, लेकिन दुष्कर्म की धारा जोड़ने से पुलिस ने इंकार कर दिया।
- परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें थाने से भगा दिया और मामले को दबाने की कोशिश की।
- गंभीर नाराजगी के चलते परिजनों ने शव को लेकर कोरबा पहुंचे और हरदीबाजार के आमगांव चौक पर विरोध स्वरूप सड़क जाम कर दिया।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
- घटना की सूचना मिलते ही कोरबा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
- प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो, दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और मध्यप्रदेश पुलिस के रवैये की भी समीक्षा की जाए।
जन आक्रोश और मांग:
यह मामला अब सामाजिक और राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। परिजन जहां न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं स्थानीय लोग और सामाजिक संगठनों ने भी पुलिस जांच की पारदर्शिता और गंभीरता पर सवाल उठाए हैं।
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पुष्पांजलि की मौत ने प्रशासन और पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। परिजनों को न्याय दिलाने और घटना की सच्चाई सामने लाने के लिए जांच एजेंसियों पर भारी जिम्मेदारी है। फिलहाल मामला गंभीर तनावपूर्ण स्थिति में है और प्रशासन के निर्णय पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।