Sawan Somwar 2025: इस बार सावन में होंगे 4 सोमवार और 4 मंगला गौरी व्रत, जानें पूरी तिथियां और महत्व
नई दिल्ली। भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र महीना सावन 2025 आ रहा है। इस दौरान श्रद्धालु शिवभक्ति में लीन रहते हैं और खासतौर पर सावन के सोमवार व्रत और मंगला गौरी व्रत का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन व्रतों से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
इस बार सावन 2025 में कुल 4 सावन सोमवार व्रत और 4 मंगला गौरी व्रत पड़ेंगे। सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई 2025 (शुक्रवार) से होगी और समापन 9 अगस्त 2025 (शनिवार) को होगा।
Sawan Somwar 2025: सावन सोमवार व्रत की तिथियां
- पहला सोमवार व्रत – 14 जुलाई 2025
- दूसरा सोमवार व्रत – 21 जुलाई 2025
- तीसरा सोमवार व्रत – 28 जुलाई 2025
- चौथा सोमवार व्रत – 4 अगस्त 2025
Mangla Gauri Vrat 2025: मंगला गौरी व्रत की तिथियां
- पहला मंगला गौरी व्रत – 15 जुलाई 2025
- दूसरा मंगला गौरी व्रत – 22 जुलाई 2025
- तीसरा मंगला गौरी व्रत – 29 जुलाई 2025
- चौथा मंगला गौरी व्रत – 5 अगस्त 2025
सावन सोमवार व्रत का महत्व
सावन का महीना शिवभक्तों के लिए बेहद खास होता है। मान्यता है कि सावन में भगवान शिव पृथ्वी पर विशेष रूप से विराजते हैं। इस दौरान सोमवार के दिन व्रत रखकर शिवजी को गंगाजल, बेलपत्र, धतूरा, दूध आदि अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- कुंवारी कन्याएं इस व्रत को उत्तम वर की प्राप्ति के लिए करती हैं।
- विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और पारिवारिक सुख-शांति के लिए यह व्रत रखती हैं।
मंगला गौरी व्रत का महत्व
मंगला गौरी व्रत विशेष रूप से नवविवाहित महिलाओं द्वारा रखा जाता है। यह व्रत माता पार्वती को समर्पित होता है जो सौभाग्य, समृद्धि और सुखी वैवाहिक जीवन की प्रतीक मानी जाती हैं।
इस दिन महिलाएं माता गौरी का पूजन कर हल्दी-कुमकुम, श्रृंगार सामग्री, मिठाई और पंचामृत अर्पित करती हैं। मान्यता है कि इस व्रत से पति की आयु लंबी होती है और जीवन में सौभाग्य बना रहता है।
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इस बार विशेष है सावन की शुरुआत
सावन 2025 की शुरुआत सोमवार से हो रही है, जो इसे और भी शुभ और फलदायक बनाता है। शिवभक्त पूरे महीने रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप, व्रत और शिव पूजन के माध्यम से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।