‘मुझे मेरा पति चाहिए’ – तहसीलदार पति के साथ रहने की जिद पर अड़ी रेनु, अन्न-जल त्याग कर दी आत्मदाह की चेतावनी..समर्थन में उतरी देवरानी 
बालोद। तहसीलदार राहुल गुप्ता की पत्नी रेनु गुप्ता ने अपने वैवाहिक अधिकारों की लड़ाई को अब आर-पार की जंग में बदल दिया है। शुक्रवार शाम से रेनु ने अन्न और जल का पूरी तरह त्याग कर दिया है। उसने ऐलान किया है कि यदि 48 घंटे के भीतर उसे उसके पति और ससुराल में जगह नहीं दी गई, तो वह ससुराल की चौखट पर आत्मदाह कर लेगी।
रेनु ने एक नया वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि वह बीते छह दिनों से अपने पति के घर के बाहर बैठी है, लेकिन न तो ससुराल पक्ष ने उसे अपनाया और न ही प्रशासन ने कोई मदद की। उल्टा उसे वहां से हटने को कहा जा रहा है। रेनु ने शासन और प्रशासन दोनों को इस पूरे मामले का जिम्मेदार ठहराया है।
रेनु की इस लड़ाई में अब उसकी देवरानी वंदना पटेल गुप्ता भी शामिल हो गई हैं। वंदना ने रेनु के देवर रोहित गुप्ता से 2024 में प्रेम विवाह किया था। दोनों पहले जगदलपुर में रह रहे थे, लेकिन हाल ही में रोहित घर छोड़कर गायब हो गया। वंदना का कहना है कि उसका पति झलमला जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन उसके बाद से उसका कोई संपर्क नहीं है। अब वह भी रेनु के साथ अपने पति को पाने की लड़ाई में जुट गई है।
रेनु की शादी और उत्पीड़न की कहानी
रेनु गुप्ता की शादी नवंबर 2022 में बालोद के तत्कालीन नायब तहसीलदार राहुल गुप्ता से सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ हुई थी। रेनु का आरोप है कि शादी के महज 50 दिन बाद ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा, जिसके कारण वह मायके में रहने लगी। कई बार वह ससुराल लौटी, लेकिन हर बार उसे घर से बाहर कर दिया गया।
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बुधवार को रेनु एक बार फिर अपने ससुराल पहुंची और तब से लगातार बाहर बैठी है। उसका कहना है कि जब तक उसे अपने वैवाहिक अधिकार नहीं मिलते, वह वहीं डटी रहेगी। रेनु के ससुर सतीशचंद्र गुप्ता वर्तमान में बालोद में मत्स्य अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं, जबकि पति राहुल गुप्ता दंतेवाड़ा जिले में तहसीलदार के रूप में कार्यरत हैं।
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