जिनके गुरुओं ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) में घोटाले किए, आज उनके चेले ‘शिक्षा बचाओ रैली’ निकालकर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।” — आयुष दीवान, छात्र नेता
रायपुर- NSUI द्वारा आयोजित तथाकथित “शिक्षा बचाओ रैली” पर तीखा हमला करते हुए छात्र नेता आयुष दीवान ने कहा कि यह रैली महज एक पाखंड है, जिसमें वही लोग नैतिकता की दुहाई दे रहे हैं जिनकी चुप्पी और मिलीभगत ने हजारों योग्य युवाओं के सपनों को रौंद डाला।
आयुष दीवान ने सीधा सवाल उठाया —
“जब छत्तीसगढ़ में CGPSC घोटाला हुआ, तब देवेंद्र यादव का मुंह दलाली और परिवारवाद के धागे से सिल क्यों गया था? उस समय NSUI और उसके नेता क्यों मौन थे? क्या तब छात्रों और युवाओं का भविष्य उनके एजेंडे में नहीं था?”
उन्होंने आगे कहा,
“आज वही लोग शिक्षा और युवाओं की बात कर रहे हैं, जिनकी चुप्पी ने घोटालेबाज़ों को संरक्षण दिया। यह रैली नहीं, एक प्रायश्चित यात्रा है, जो भीषण देरी से शुरू हुई है – वो भी तब, जब सियासी ज़मीन खिसकने लगी है।”
छात्र नेता ने चेतावनी दी कि युवाओं को मूर्ख समझना बंद करें। आज का युवा जागरूक है और उसे अच्छे से पता है कि कौन उसका सच्चा प्रतिनिधि है और कौन ‘घोटालों के साए में पले हुए वंशवाद के प्रतीक’।