छत्तीसगढ़ विधानसभा में हंगामा: रेकी विवाद पर कांग्रेस का धरना, लोकतंत्र की हत्या के नारे
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन रेकी (जासूसी) के मुद्दे को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर डराने-धमकाने का आरोप लगाते हुए लोकतंत्र की हत्या के नारे लगाए। इस दौरान भारी शोर-शराबे के कारण विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित हुई और कई विधायकों को निलंबित कर दिया गया।
सदन में नारेबाजी, कार्यवाही स्थगित
रेकी के मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों ने सरकार को घेरते हुए सदन में जमकर नारेबाजी की। हंगामे को बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने हस्तक्षेप किया, लेकिन माहौल शांत नहीं हुआ। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।
गांधी प्रतिमा के पास कांग्रेस विधायकों का धरना
हंगामे के बाद कांग्रेस विधायकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दिया और ‘रेकी बंद करो’ व ‘ट्रिपल इंजन की दादागिरी नहीं चलेगी’ के नारे लगाए। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेतृत्व में इस प्रदर्शन में विधायकों ने सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने का आरोप लगाया।
प्रश्नकाल के बहिष्कार पर भाजपा का विरोध
संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस विधायकों को निलंबन समाप्त होने की जानकारी दी और प्रश्नकाल का बहिष्कार करने को अनुचित बताया। वहीं, बीजेपी विधायक लता उसेंडी ने NHM की राशि में गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए निविदा शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया।
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बजट सत्र में रेकी विवाद को लेकर कांग्रेस विधायकों का गुस्सा साफ झलक रहा है। सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ते टकराव से सत्र में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं, जिससे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा प्रभावित हो रही है।