डीएवी जांता में बसंत पंचमी पर्व का भव्य आयोजन: ज्ञान और ऊर्जा का संगम
बेमेतरा: डीएवी एम पब्लिक स्कूल जांता में बसंत पंचमी का पावन पर्व भव्य, धूमधाम और उमंग के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अभिभावकगण उपस्थित रहे और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
संस्था के प्राचार्य पी.एल. जायसवाल के मार्गदर्शन में विद्यालय में वैदिक हवन यज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। अपने प्रेरणादायक संबोधन में प्राचार्य जायसवाल ने कहा कि बदलती शिक्षण पद्धति और बढ़ती प्रतियोगिता में शिक्षक और शिक्षार्थी दोनों को पारंपरिक अनुशासन अपनाते हुए नई तकनीक के साथ पूरी तैयारी से अपने क्षेत्र में प्रवेश करना होगा। वर्तमान समय में केवल एक पक्षीय गुणवत्ता से आगे बढ़ना संभव नहीं है, बल्कि नवाचार और सामयिक ज्ञान के साथ स्वयं को विकसित करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह ज्ञान, विद्या और सृजनात्मकता का प्रतीक पर्व है। माँ सरस्वती की पूजा के माध्यम से यह पर्व विद्यार्थियों को नई ऊर्जा, उत्साह और सकारात्मकता प्रदान करता है।
प्राचार्य ने इस अवसर पर छात्रों को सफलता की दिशा में निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी का पर्व हमें नए लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने यह भी बताया कि बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर विद्यालय में नए बच्चों को हवन यज्ञ में शामिल कर मुंह मीठा कराकर प्रवेश दिलाया गया।
उन्होंने जानकारी दी कि सीबीएसई के अनुसार एक कक्षा में 80 और एक सेक्शन में 40 छात्र होने चाहिए। वर्तमान में विद्यालय के दो सेक्शन हैं, जिनमें प्रत्येक कक्षा में 65 से 70 छात्र अध्ययनरत हैं। शिक्षा सत्र 2025-26 के लिए प्रत्येक कक्षा में केवल 10 से 15 नए छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। इसलिए इच्छुक अभिभावकों से उन्होंने समय रहते प्रवेश लेने की अपील की, जिससे वे अपने बच्चों को सीबीएसई और वैदिक संस्थान की शिक्षा का लाभ दिला सकें। उन्होंने बताया कि बेमेतरा जिले की 9 लाख की जनसंख्या में डीएवी जांता एकमात्र वैदिक संस्थान है, जिसके कारण अभिभावक विद्यालय में प्रवेश हेतु रुचि दिखा रहे हैं।
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती व पारंपरिक वाद्य यंत्रों की पूजा के साथ होली पर्व का शुभारंभ
बसंत पंचमी के आयोजन में विद्यार्थियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर को सफल और प्रेरणादायक बनाने में राजा तंतुवाय, छोटू राम साहू एवं भागवत चंद्राकर ने सुरमयी संगीत और भजनों से बच्चों को हर्षित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के शिक्षकगण – ललित देवांगन, अनिल चंद्रवंशी, कैलाश सिंह, राजा तंतुवाय, छोटू राम साहू, निशु गुप्ता, आयुषी जैन, मनीषा सोनी, रितिका साहू, रेणुका पटेल, सरिता साहू, दीपिका वर्मा, अभिषेक दुबे, नम्रता चतुर्वेदी, मधुस्मिता, विमल साहू, कुसुम साहू, देविका जैन, सुखदेव, विजय, नरेश, रुक्मिणी, रामेश्वरी, युवराज आदि ने विशेष योगदान दिया।
विद्यालय परिवार ने इस पर्व को उल्लास, आनंद और शिक्षा के महत्व के साथ मनाते हुए ज्ञान और ऊर्जा का संदेश दिया।