भारत में आईफोन का निर्माण: मेड इन इंडिया बनाम असेंबल्ड इन इंडिया
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आईफोन को लेकर एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत में आईफोन मेड इन इंडिया नहीं, बल्कि असेंबल्ड इन इंडिया है. इस पर सवाल उठता है कि असेंबलिंग और मैन्युफैक्चरिंग में क्या अंतर है, और भारत में आईफोन का निर्माण वास्तव में किस स्तर पर हो रहा है?
भारत में आईफोन असेंबल करने वाली कंपनियां
भारत में फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन जैसी कंपनियां आईफोन की असेंबलिंग करती हैं. हालांकि, इनकी असली मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चीन में स्थित हैं. भारत सरकार की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत इन कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.
कौन-कौन से आईफोन मॉडल भारत में बन रहे हैं?
वर्तमान में भारत में iPhone 12, 13, 14, 15 और 16 मॉडल असेंबल किए जा रहे हैं, लेकिन ये पूरी तरह भारत में निर्मित नहीं हैं. iPhone 16 सीरीज को भारत में पूरी तरह मैन्युफैक्चर करने की योजना बन रही है. यदि ऐसा होता है, तो यह पहली बार होगा कि चीन से बाहर भारत में पूरी तरह से एक आईफोन मॉडल बनाया जाएगा.
चीन से भारत शिफ्ट होने की वजह
एप्पल ने चीन से उत्पादन हटाकर भारत लाने का फैसला मुख्य रूप से अमेरिका-चीन के बीच भू-राजनीतिक तनाव के कारण लिया है. भारत में आईफोन निर्माण को लेकर यह बदलाव 2021 से शुरू हुआ और अब तक भारत एप्पल के ग्लोबल प्रोडक्शन में 14% योगदान दे चुका है. 2025 तक यह आंकड़ा 25% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
भारत से आईफोन के निर्यात की स्थिति
- 2024 में भारत में 1.20 ट्रिलियन रुपये मूल्य के आईफोन बनाए गए.
- 85,000 करोड़ रुपये के आईफोन निर्यात किए गए.
- एप्पल भारत से मोबाइल निर्यात में नंबर 1 बना हुआ है.
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आईफोन के पार्ट्स कहां बनते हैं?
आईफोन में इस्तेमाल होने वाले पार्ट्स विभिन्न देशों से आते हैं:
- सेमीकंडक्टर चिप: ताइवान (TSMC)
- डिस्प्ले: दक्षिण कोरिया (सैमसंग और LG)
- मेमोरी चिप: दक्षिण कोरिया (SK Hynix) और जापान (तोशिबा)
- कैमरा: जापान (सोनी)
- अन्य पार्ट्स: जर्मनी, अमेरिका, चीन आदि.
- असेंबली सेंटर: चीन में फॉ