दिल्ली चुनाव 2025: केजरीवाल और आतिशी की हार तय, बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने हैं और इस समय चुनावी प्रचार का अंतिम दौर चल रहा है। भाजपा, आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। आगामी चुनाव में भाजपा और आप के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है, जबकि कांग्रेस ने भी कुछ सीटों पर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है।
नई दिल्ली और कालकाजी सीटें: हॉट कांटेस्ट
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल (आप), संदीप दीक्षित (कांग्रेस) और प्रवेश वर्मा (भा.ज.पा.) के बीच मुकाबला है। वहीं, कालकाजी विधानसभा सीट पर आतिशी (आप), अल्का लांबा (कांग्रेस) और रमेश बिधूड़ी (भा.ज.पा.) चुनावी मैदान में हैं। इन सीटों पर आप की जीत की संभावना जताई जा रही है, लेकिन एक छोटी सी चूक भी समीकरण बदल सकती है।
बीजेपी नेताओं की भविष्यवाणी
- मनोज तिवारी का दावा: भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और आतिशी की हार निश्चित है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की जनता भाजपा को वोट देने के लिए तैयार है और 5 फरवरी को भाजपा को जीत दिलाएंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ राजधानी क्षेत्र बनाएगी और बिजली के बिलों को लेकर लोगों को राहत मिलेगी।
- चिराग पासवान की भविष्यवाणी: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी आम आदमी पार्टी के हारने की भविष्यवाणी की। उनका कहना था कि एनडीए के प्रति जनता में जबरदस्त उत्साह है और आप के भ्रष्टाचार के कारण लोगों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि 8 फरवरी को दिल्ली में एनडीए के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनेगी।
- बांसुरी स्वराज का बयान: दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने भी आम आदमी पार्टी की हार को लेकर बयान दिया। उनका कहना था कि आप में बिखराव हो गया है और पार्टी के विधायक उनकी नीतियों से निराश होकर पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा को दिल्ली चुनाव में जनता का समर्थन मिलेगा।
- रामवीर सिंह बिधूड़ी का दावा: भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी का कहना है कि भाजपा दिल्ली में भारी बहुमत से वापसी करेगी और 70 विधानसभा सीटों में से 55 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों को बेहतर बिजली, पानी और सड़क जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
दिल्ली चुनाव में भाजपा को लेकर तिवारी, पासवान, स्वराज और बिधूड़ी ने जो भविष्यवाणियां की हैं, उनमें भाजपा की जीत की संभावनाएं प्रबल दिखाई दे रही हैं। हालांकि, चुनावी परिणाम केवल 8 फरवरी को ही स्पष्ट होंगे।