भांजे-भतीजे ने हड़प लिए 50 लाख रुपये: मामा के इंश्योरेंस में फर्जी तरीके से नामिनी बने, मामी ने की शिकायत
कांकेर. कांकेर जिले के पखांजूर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां भांजे ने फर्जीवाड़े के जरिए अपने मामा के 50 लाख रुपये के इंश्योरेंस का पैसा हड़प लिया। इस मामले का खुलासा होते ही मामी थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने पारिवारिक विवाद का हवाला देते हुए एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया और कोर्ट जाने की सलाह दी। यह घटना बांदे कालोनी के नयापारा इलाके की है।
क्या था पूरा मामला? शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक अमर मंडल लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे, और डॉक्टर ने उनकी स्थिति को अंतिम चरण का बताया था। इसी का फायदा उठाकर उनके भांजे गुरुचांद ने उन्हें झांसे में लिया और इंश्योरेंस एजेंट की मदद से एक पॉलिसी बनाई। इस पॉलिसी की जानकारी न तो मामा के बच्चों को थी और न ही उनकी पत्नी को। कुछ दिन बाद मामा की मृत्यु हो गई और इंश्योरेंस की 50 लाख रुपये की राशि भांजे के खाते में ट्रांसफर हो गई।
पारिवारिक विवाद और मामी की शिकायत जब इस बात की जानकारी परिवार को मिली, तो भांजे ने स्वीकार किया कि उसने मामा के नाम पर फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी बनवाई थी और वह नामिनी बन गया था। मृतक के पत्नी बनानी हालदार ने पैसे की मांग की तो भांजे ने 17 लाख रुपये देने का वादा किया और एक स्टांप पेपर पर यह लिखवाया। लेकिन जब पैसे नहीं दिए गए, तो मामी एसपी और एसडीओपी से मदद की गुहार लगाने पहुंची।
मामी ने बताया कि पुलिस ने मामले को पारिवारिक विवाद मानते हुए एफआईआर नहीं की और कोर्ट जाने की सलाह दी।
पीड़िता का बयान इस पूरे मामले में पीड़िता बनानी ने आरोप लगाया कि, भांजे गुरुचांद और भतीजे निरंजन हालदार ने मिलकर एक षड्यंत्र रचा। फर्जी दस्तावेज और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उन्होंने इंश्योरेंस की राशि निकाल ली। उनके पति की मृत्यु एक निजी अस्पताल में हुई थी, लेकिन इन दोनों ने ग्राम पंचायत से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाकर पैसा हड़प लिया।