नवजात शिशु के सामने लगाते हैं परफ्यूम? ये गलती बन सकती है जानलेवा!
नई दिल्ली | अगर आप भी नवजात शिशु के सामने परफ्यूम या डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान हो जाइए। खुशबू भले ही आपको फ्रेश महसूस कराए, लेकिन यह मासूम के लिए हानिकारक ज़हर साबित हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो नवजात की त्वचा और सांस की नली इतनी संवेदनशील होती है कि तेज़ गंध और उसमें मौजूद रसायन उसके स्वास्थ्य को सीधा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
शिशु की त्वचा और सांस की प्रणाली बेहद नाजुक होती है
परफ्यूम और डियोड्रेंट में पाए जाने वाले रसायन जैसे एल्कोहल, फॉर्मल्डिहाइड, और सिंथेटिक फ्रेग्रेंस ऑयल्स शिशु में:
- एलर्जी
- रैशेज
- सांस लेने में तकलीफ
- नींद में खलल
जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
माँ की खुशबू ही शिशु के लिए सबसे सुरक्षित
शिशु अपने आसपास के वातावरण को महक के ज़रिए पहचानता है, और उसमें सबसे ज़्यादा जुड़ाव माँ की प्राकृतिक गंध से होता है। तेज़ परफ्यूम या कृत्रिम खुशबू उसकी भावनात्मक सुरक्षा को भी प्रभावित कर सकती है।
इन उत्पादों में होते हैं हानिकारक ‘हार्मोन डिसरप्टर्स’
कुछ परफ्यूम या डियो में ऐसे रसायन भी होते हैं जिन्हें एंडोक्राइन डिसरप्टर्स कहा जाता है। ये शिशु के शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकते हैं, जिससे भविष्य में स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
तेज़ खुशबू से चिड़चिड़ापन और सिरदर्द भी संभव
शिशु के न्यूरोलॉजिकल सिस्टम पर भी इसका असर हो सकता है, जिससे उन्हें:
- सिरदर्द
- चिड़चिड़ापन
- नींद में बाधा
जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
दिनभर की थकान से हैं परेशान? सुबह आज़माएं ये देसी नुस्खे, एनर्जी मिलेगी पूरे दिन!
क्या करें? (सुरक्षित विकल्प)
- नवजात के आसपास परफ्यूम/डियो का इस्तेमाल न करें
- यदि ज़रूरी हो, तो mild, fragrance-free या natural deodorants का इस्तेमाल करें
- कपड़े बदलकर और हाथ धोकर ही शिशु को गोद में लें
- घर में essential oils diffuser का सीमित प्रयोग कर सकते हैं (वेट से सलाह के बाद)