पूर्व गेस्ट लेक्चरर की संदिग्ध मौत, कमरे में फंदे से झूलता मिला शव
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में आत्महत्या की एक दर्दनाक घटना सामने आई है। वार्ड-एक स्थित बीएसपी क्वार्टर नंबर-7 (IVD टाइप) में रहने वाली 43 वर्षीय अर्पिता चतुर्वेदी ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। महिला की लाश संदिग्ध हालात में कमरे में लटकी मिली, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, अर्पिता चतुर्वेदी पूर्व में बालोद महाविद्यालय में बायोटेक्नोलॉजी विषय की अतिथि प्राध्यापक रह चुकी थीं। हाल ही में उन्हें पुनः अतिथि प्राध्यापक पद पर नियुक्ति हेतु पत्र जारी हुआ था। उनके पति दल्लीराजहरा माइंस में वरिष्ठ अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं और वर्तमान में नंदिनी माइंस में DGM के पद पर पदस्थ हैं।
फोन नहीं उठाने पर हुआ शक
घटना वाले दिन अर्पिता ने अपने पति के फोन कॉल्स का कोई जवाब नहीं दिया, जिससे उनके पति को चिंता हुई। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो घर का दरवाजा बंद था। संदेह के आधार पर पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया, जहां अर्पिता फांसी के फंदे पर लटकी मिलीं।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची मौके पर
घटना की गंभीरता को देखते हुए दल्लीराजहरा सिटी मजिस्ट्रेट सुरेश साहू, पुलिस अधीक्षक चित्रा वर्मा और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी तक आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
जांच जारी, आत्महत्या का कारण अज्ञात
राजहरा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला दर्ज कर लिया है और आत्महत्या के कारणों की तहकीकात शुरू कर दी है। फिलहाल किसी सुसाइड नोट की बरामदगी की पुष्टि नहीं हुई है।
महत्वपूर्ण सूचना: आत्महत्या एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है। यदि आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति मानसिक तनाव या अवसाद से जूझ रहा है, तो तत्काल विशेषज्ञ सहायता लें या हेल्पलाइन से संपर्क करें।