सावन 2025: क्या शिव मंत्र लिखे कपड़े पहनना सही है? प्रेमानंद जी महाराज ने बताया सच, सोमवारी पर पहनें ये रंग
Sawan 2025 Shiv Puja Dress Code: सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है। इस दौरान भगवान शिव की भक्ति चरम पर होती है और श्रद्धालु व्रत, पूजा और कांवड़ यात्रा में डूबे रहते हैं। आजकल कई भक्त शिव मंत्र लिखे कुर्ते और टी-शर्ट पहनकर पूजा में शामिल होते हैं। लेकिन क्या यह शास्त्रसम्मत है? इस सवाल का जवाब वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज ने दिया है।
क्या शिव मंत्र लिखे कपड़े पहन सकते हैं?
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, शिव मंत्र या किसी वैदिक मंत्र को कपड़ों पर पहनना शास्त्रों के अनुसार वर्जित है।
- मंत्रों को हृदय में बसाना चाहिए, शरीर पर नहीं।
- मंत्रों का उच्चारण भी उपासना विधि से ही करना चाहिए – यानी मानसिक या उपांशु जप, न कि कीर्तन के रूप में।
- मंत्रों का प्रदर्शन या दिखावा करना पूजा को निष्फल और पुण्य को अमंगल में बदल सकता है।
अगर मंत्र छपे कपड़े खरीद लिए हैं तो क्या करें?
महाराज के अनुसार,
- ऐसे वस्त्रों को पवित्र नदियों जैसे यमुना में प्रवाहित कर देना चाहिए।
- इन वस्त्रों का उपयोग ना करें, क्योंकि इनके साथ शुद्धता का पालन कठिन होता है।
सोमवारी को क्या पहनना चाहिए?
- शिव को हरा रंग अत्यंत प्रिय है, इसलिए सोमवार को हरे रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
- अन्य रंग जैसे सफेद, पीला, गुलाबी, लाल और नारंगी भी शिव पूजा के लिए उपयुक्त हैं।
किन रंगों से बचें?
- काला और नीला रंग शिव पूजा में वर्जित माने गए हैं, क्योंकि इनका संबंध शनि और राहु से होता है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित हो सकती है।
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शिव पूजा में पहनावा कैसा हो?
- पुरुषों को धोती-कुर्ता,
- महिलाओं को साड़ी,
- कुंवारी लड़कियों को सूती सूट पहनने की सलाह दी जाती है।
- सूती कपड़े शुद्धता और सरलता का प्रतीक माने जाते हैं और पूजा के दौरान आरामदायक भी होते हैं।
सावन में भक्ति के साथ-साथ शास्त्रों का पालन भी उतना ही आवश्यक है। शिव मंत्र लिखे वस्त्र पहनने से बचें और सरलता, शुद्धता तथा श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आराधना करें।